हिमाचल चुनाव में इस बार बीजेपी और कांग्रेस ने अपने कई दिग्गजों का टिकट काटा है. टिकट कटने से कोई नाराज है तो कोई भावुक होता भी नजर आ रहा है. इसी कड़ी में पूर्व सांसद एवं कुल्लू विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के पूर्व प्रत्याशी महेश्वर सिंह शनिवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए भावुक हो गए. वह कुल्लू के प्रदर्शनी मैदान में आयोजित विजय संकल्प रैली के दौरान रो पड़े.
दरअसल हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर उन्हें बीजेपी की ओर से कुल्लू विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिया गया था, लेकिन नामांकन के आखिरी दिन पार्टी ने उनकी जगह कुल्लू से किसी दूसरे उम्मीदवार को चुनावी मैदान में उतार दिया.
बीजेपी ने महेश्वर सिंह का टिकट काटकर नरोत्तम ठाकुर को इस सीट से प्रत्याशी बना दिया. बीजेपी की विजय संकल्प रैली के दौरान मंच पर बैठे महेश्वर सिंह अपना दर्द छिपा नहीं पाए और भाषण देते हुए भावुक हो गए. वह भाषण देते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के सामने ही रोने लगे.
इस रैली के दौरान अपने संबोधन में महेश्वर सिंह ने कुल्लू से बीजेपी उम्मीदवार नरोत्तम ठाकुर से कहा कि वह कुल्लू की जनता का ध्यान रखें. वह खुद की भावनाओं पर काबू नहीं रख पाए और मंच पर ही रोने लगे. इसे देखते पार्टी अधिकारियों ने उन्हें संभालते हुए कुर्सी पर बैठाया. मंच पर महेश्वर सिंह के बगल में ही पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा बैठे थे. नड्डा ने बकायदा महेश्वर सिंह के कंधे पर हाथ रखकर उन्हें ढांढस बंधाया.
वैसे अकेले महेश्वर सिंह ही नहीं हैं, जिनका टिकट काटा गया है. चुनावी रणनीति को देखते हुए बीजेपी ने कई नेताओं का इस बार पत्ता साफ कर दिया है. इस बार आनी के विधायक किशोरी लाल, सरकाघाट से कर्नल इंद्रसिंह, द्रंग से जवाहर ठाकुर, करसोग के विधायक हीरालाल, भोरंज से कमलेश कुमारी, ज्वाली से अर्जुन सिंह, भरमौर से जियालाल, बिलासपुर से सुभाष ठाकुर, धर्मशाला से विशाल नहरिया और चंबा से पवन नय्यर का टिकट नहीं मिल सका है. इस बार बीजेपी ने तो पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल को भी टिकट नहीं दिया है. पिछले विधानसभा चुनाव में वे सुजानपुर सीट से हार गए थे.
बता दें कि हिमाचल प्रदेश की सभी 68 विधानसभा सीटों पर 12 नवंबर को एक चरण में मतदान होना है जबकि मतगणना आठ दिसंबर को होगी.
(रिपोर्ट: मनिंदर सिंह)