कर्नाटक में जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनने का रास्ता साफ हो गया है, लेकिन इससे पहले ही केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने इस गठबंधन के जल्द टूटने का ऐलान कर दिया. अनंत कुमार ने रविवार को कहा कि कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन की सरकार लंबे समय तक नहीं चलेगी, क्योंकि यह एक 'अपवित्र गठजोड़' है.
कर्नाटक विधानसभा में विश्वासमत का सामना किए बगैर बी एस येदियुरप्पा का मुख्यमंत्री पद छोड़ने की घोषणा के बाद अनंत कुमार ने दावा किया कि कर्नाटक में सिर्फ बीजेपी ही स्थिर सरकार दे सकती है. बीजेपी नेता ने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता एक मिनट भी चैन से नहीं बैठेंगे और कांग्रेस के विश्वासघात की कहानी कर्नाटक के गांव-गांव में ले जाएंगे.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस और जेडीएस के अपवित्र गठबंधन वाली नई सरकार लंबे समय तक नहीं चलेगी. सिर्फ बीजेपी ही स्थिर सरकार दे सकती है. जनादेश बीजेपी को मिला था, क्योंकि राज्य के लोगों ने कांग्रेस को खारिज कर दिया था.
अनंत कुमार ने कहा कि कर्नाटक की जनता ने कांग्रेस को और चामुंडेश्वरी सीट पर लोगों ने सिद्धारमैया को खारिज कर दिया जबकि जेडीएस कुछ ही सीटों पर सिमट गई है. उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस के लिए शर्म की बात है कि 78 सीट होने के बावजूद वह सिर्फ बीजेपी को रोकने के लिए जेडीएस के पैरों पर गिर पड़ी.
कुमारस्वामी बनेंगे सीएम
येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद जेडीएस प्रमुख कुमारस्वामी को राज्यपाल की ओर से बुधवार को सीएम पद की शपथ लेने का न्यौता मिला है. कांग्रेस ने चुनाव नतीजों में पिछड़ जाने के बाद तीसरे नंबर की पार्टी जेडीएस को बिना शर्त के समर्थन देने का ऐलान कर दिया था और कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री बनाने पर भी सहमति बन गई थी.
क्या रहे थे नतीजे
कर्नाटक विधानसभा चुनाव की 222 सीटों पर आए नतीजों में बीजेपी को 104 सीटें मिली, और यह संख्या बहुमत से 7 कम है. दूसरी ओर, कांग्रेस को 78 और जेडीएस को 37, बसपा को 1 और अन्य को 2 सीटें मिली हैं. कुमारस्वामी ने 2 सीटों पर जीत हासिल की है, इसलिए बहुमत के लिए 111 विधायक चाहिए थे.