कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए मतों की गिनती जारी है. शुरुआती रुझानों में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरती दिख रही है और सत्ता के बिल्कुल करीब है. जबकि कांग्रेस सत्ता से दूर हो गई है.
दरअसल रुझान में बीजेपी सत्ता के करीब पहुंचती दिख रही है. कर्नाटक में सरकार बनाने के लिए बीजेपी को 112 सीटों की जरूरत होगी. इसी कड़ी में बीजेपी ने प्लान-बी पर भी काम करना शुरू कर दिया है. अगर बीजेपी बहुमत से कुछ दूर रहती है तो पहले निर्दलीय विधायकों को साथ लेकर सरकार बनाने की कोशिश होगी. लेकिन आंकड़े निर्दलीय विधायकों को साथ लेने पर भी नहीं पूरे होने की स्थिति में जेडीएस को साथ लाना जरूरी हो जाएगा.
दरअसल शुरुआती रुझान में 100 सीटों पर बढ़त मिलते ही बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने मुलाकात की. मुलाकात के बाद जावड़ेकर बेंगलुरु के लिए रवाना हो गए हैं. मिल रही जानकारी के मुताबिक बेंगलुरु पहुंचकर जावड़ेकर प्लान-बी पर फोकस करेंगे. बहुमत से कुछ दूर रहने पर वो कर्नाटक बीजेपी नेताओं के साथ मिलकर निर्दलीय विधायकों से संपर्क करेंगे. यही नहीं, अगर निर्दलीय विधायकों को मिलाकर भी आंकड़ा 112 नहीं पहुंचता है तो फिर जेडीएस को साथ लाने की कवायद शुरू होगी. वैसे बीजेपी ने पहले की संकेत दे दिया था कि जेडीएस से उसे परहेज नहीं है.
हालांकि कांग्रेस सोमवार को ही कर्नाटक में सरकार बनाने के लिए प्लान-बी में जुट गई थी. इसी कड़ी कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और अशोक गहलोत सोमवार को ही बेंगलुरु पहुंच गए. कहा जा रहा है कि कांग्रेस नेता जेडीएस प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के साथ संपर्क में थे. लेकिन अब कांग्रेस का प्लान-बी फेल होता दिख रहा है, क्योंकि वो आधी सीटों पर सिमटती नजर आ रही है.
गौरतलब है कि कर्नाटक विधानसभा की 224 में से 222 सीटों के लिए 12 मई को मतदान हुआ था.