कर्नाटक में बीएस येदियुरप्पा के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार को गिराने के बाद जेडीएस और कांग्रेस मिलकर सरकार बनाने जा रहे हैं. 23 मई को जेडीएस के कुमारस्वामी सूबे के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे, लेकिन इससे पहले वो कैबिनेट पर फैसले को लेकर दिल्ली पहुंचे. यहां उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की.
इस दौरान राहुल गांधी के आवास पर जेडीएस के दानिश अली और कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल भी मौजूद रहे. इससे पहले सोमवार को कुमारस्वामी ने बसपा सुप्रीमो मायावती से मुलाकात की.
कर्नाटक की सियासी हलचल दिल्ली तक देखने को मिल रही है. कर्नाटक विधानसभा में सरेंडर कर चुके बीएस येदियुरप्पा के बाद अब बहुमत साबित करने की चुनौती जेडीएस के एचडी कुमारस्वामी के सामने है. यही वजह है कि 23 मई को होने वाले कुमारस्वामी के शपथग्रहण को लेकर कांग्रेस-जेडीएस एक नए फॉर्मूले पर विचार कर रहे हैं.
LIVE UPDATE
08:52 PM- कुमारस्वामी ने शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित करने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी मुलाकात की.
08:21 PM- राहुल गांधी ने बताया कि उनकी एचडी कुमारस्वामी के साथ दिल्ली में सोमवार शाम को मुलाकात हुई. उन्होंने ट्वीट किया, ''मेरी एचडी कुमारस्वामी से दिल्ली में सोमवार शाम को सौहार्दपूर्ण मुलाकात हुई. हमने कर्नाटक के राजनीति हालात और आपसी हित के अन्य मसलों पर चर्चा की. मैं बुधवार को बेंगलुरु में उनके शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लूंगा.''
08:00 PM- कर्नाटकः कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन भी हिस्सा लेंगे. इस बाबत कुमारस्वामी और देवगौड़ा ने पिनाराई विजयन से बात की थी और उनको समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था.
07:40 PM- कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी से मुलाकात करने के बाद कुमारस्वामी ने कहा, ''मैं गांधी परिवार के प्रति अपना सम्मान जताना चाहता था. लिहाजा मैं राहुल गांधी और सोनिया गांधी से मिलने यहां आया हूं. मैंने दोनों से शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की गुजारिश की. इस पर दोनों शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए राजी हो गए.''
07:12 PM- कर्नाटक के CM पद की शपथ लेने से पहले एचडी कुमारस्वामी ने दिल्ली पहुंचकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी से मुलाकात की. इस दौरान राहुल गांधी के आवास पर जेडीएस के दानिश अली और कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल भी मौजूद रहे.
#Karnataka CM designate HD Kumaraswamy met Sonia Gandhi and Congress President Rahul Gandhi in Delhi. JD(S) Danish Ali and Congress's KC Venugopal also present. pic.twitter.com/Qqqf3PFJQ4
— ANI (@ANI) May 21, 2018
07:03 PM- एचडी कुमारस्वामी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करने उनके घर पहुंचे.
06:50 PM- कुमारस्वामी कर्नाटक भवन के लिए रवाना. वो कुछ ही देर में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे.
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने बताया कि आज राहुल गांधी और कुमारस्वामी मुलाकात करेंगे. दोनों नेता बैठक के दौरान आगे की रणनीति तैयार करेंगे और कैबिनेट पर फैसला लेंगे. उन्होंने ये भी कहा कि हमारे विधायक एकसाथ हैं और हम सदन में बहुमत साबित करेंगे.वहीं, कुमारस्वामी के आने से पहले दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के घर मीटिंग हुई. इसमें कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, अशोक गहलोत और वेणुगोपाल ने हिस्सा लिया.
इसके अलावा सूत्रों के बताया कि कर्नाटक कैबिनेट को लेकर नया फॉर्मूला बनाया जा रहा है, जिसके तहत बुधवार (23 मई) को कुमारस्वामी अकेले ही मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं. ये भी जानकारी है कि उनके साथ कुछ महत्वपूर्ण मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है, लेकिन पूरे मंत्रिमंडल का गठन बहुमत साबित होने के बाद ही किया जाएगा.
दरअसल, ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि कैबिनेट में जगह न मिल पाने से कुछ विधायकों की नाराजगी भी सामने आ सकती है. ऐसे में कांग्रेस और जेडीएस कोई भी रिस्क नहीं उठाना चाहती है. इसलिए पहले दोनों पार्टियां सदन के पटल पर कुमारस्वामी सरकार का फ्लोर टेस्ट पास कराना चाहती हैं और उसके बाद बाकी मंत्रियों को शपथ दिलाने की योजना है. बताया जा रहा है कि दोनों ही गठबंधन दलों में इस फॉर्मूले पर सहमति बन रही है.
और भी हैं डर की वजह!
कैबिनेट में जगह मिलने से नाराजगी सामने के अलावा कुछ और कारण भी कांग्रेस और जेडीएस के शीर्ष नेतृत्व की चिंता का सबब बने हैं. गठबंधन के तहत सीएम की कुर्सी जेडीएस के कुमारस्वामी को मिल रही है, जबकि कांग्रेस के खाते में डिप्टी सीएम की पोस्ट आ रही है. लेकिन इससे आगे बढ़कर अब लिंगायत समुदाय से भी एक डिप्टी सीएम की मांग उठने लगी है. लिंगायत समुदाय के संगठन ऑल इंडिया वीरशैव महासभा के नेता तिप्पाना खुला खत लिखकर कांग्रेस विधायक शमनूर शिवशंकरप्पा को उपमुख्यमंत्री बनाने की मांग भी कर चुके हैं.