संविधान के मसले पर केंद्रीय मंत्री अनंत हेगड़े के बयान के मसले पर बीजेपी नेता बाबुल सुप्रियो ने इंडिया टुडे कर्नाटक पंचायत में कहा कि हाईकमान ने इसे सुना है और यह हाईकमान को निर्णय करना है कि क्या करना है. उन्होंने कहा कि क्या मैं यहां से हेगड़े को सस्पेंड कर सकता हूं?
इस बारे में एक सवाल पर बाबुल सुप्रिया ने कहा कि मैं सिर्फ उन्हें फटकार लगाने के लिए कह सकता हूं. उन्होंने कहा कि वे हेगड़े की बात का समर्थन नहीं करते.
क्या बोले थे अनंत हेगड़े
गौरतलब है कि केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्यमंत्री हेगड़े ने कहा था कि भाजपा 'संविधान बदलने के लिए' सत्ता में आई है. कर्नाटक में कोप्पल जिले के कुकनूर में एक कार्यक्रम के दौरान हेगड़े ने कहा था, लोग धर्मनिरपेक्ष शब्द से इसलिए सहमत हैं, क्योंकि यह संविधान में लिखा है. इसे (संविधान) बहुत पहले बदल दिया जाना चाहिए था और अब हम इसे बदलने जा रहे हैं. जो लोग खुद को धर्मनिरपेक्ष कहते हैं, वे बिना माता-पिता से जन्मे की तरह हैं.'
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए 12 मई को मतदान से पहले राज्य की सियासी, सामाजिक और आर्थिक आबोहवा पर मंथन के लिए बेंगलुरु में 31 मार्च को सजा महामंच. यह महामंच है इंडिया टुडे ग्रुप की ‘कर्नाटक पंचायत'. इस पंचायत में राजनीति, कारोबार जगत के दिग्गजों के साथ नौकरशाह , टेक्नोक्रेट्स, जानी-मानी हस्तियां और दूसरों पर गहरी छाप छोड़ने वाली कई शख्सियतें मौजूद रहीं. बेंगलुरु के होटल ललित अशोक में आयोजित ‘पंचायत’में तमाम न्यूज़मेकर्स और डिसिज़न-मेकर्स ने कर्नाटक के लोगों पर असर डालने वाले तमाम मुद्दों पर विचार किया.