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इंडिया टुडे पंचायत: यूपी जैसे पिछड़े राज्य का सीएम कर्नाटक के लोगों को विकास सिखाएगा?

कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद ने कहा कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का कोई विकास एजेंडा नहीं है, वह धुव्रीकरण की राजनीति के लिए जाने जाते हैं. उन्हें कर्नाटक में बुलाकर चुनाव प्रचार करने का क्या मतलब है?

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इंडिया टुडे कर्नाटक पंचायत
इंडिया टुडे कर्नाटक पंचायत

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क्या यूपी जैसे पिछड़े राज्य का सीएम आकर कर्नाटक के लोगों को विकास की सीख दे सकता है? बेंगलुरु में आयोजित इंडिया टुडे कर्नाटक पंचायत के 'द बिग कर्नाटका फेस ऑफ' सत्र में यह सवाल उठाया गया. इस सत्र में कांग्रेस के नेता और पूर्व मंत्री जितिन प्रसाद और बीजेपी नेता एवं केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के बीच जबर्दस्त चर्चा हुई.

कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद ने कहा कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का कोई विकास एजेंडा नहीं है, वह ध्रुवीकरण की राजनीति के लिए जाने जाते हैं. उन्हें कर्नाटक में बुलाकर चुनाव प्रचार करने का क्या मतलब है?

इस पर कार्यक्रम का संचालन कर रहे इंडिया टुडे के राहुल कंवल ने बीजेपी नेता ने यह सवाल किया कि क्या यूपी जैसे एक पिछड़े राज्य का सीएम आकर कर्नाटक के लोगों को विकास की सीख दे सकता है? देश के सबसे पिछड़े राज्यों में शुमार यूपी के सीएम का उस कर्नाटक आकर उपदेश देना क्या ठीक है जो राज्य काफी विकसित है? क्या कर्नाटक में यूपी जैसे पिछडे़ राज्य का विकास मॉडल लागू किया जा सकता है?

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इस पर बीजेपी नेता गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि एक पिछड़े राज्य का सीएम पिछड़ेपन का दर्द समझ सकता है. कर्नाटक के ग्रामीण इलाके अब भी काफी पिछड़े हुए हैं.

यूपी में 24 साल के अंधेरे दौर के बाद अब जो विकास कार्य किया जा रहा है, उसे देखते हुए योगी जी यहां प्रचार करने के लिए उपयुक्त व्यक्ति हैं. शेखावत ने कहा कि कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने चुनाव से पहले लिंगायत मसले पर जाति कार्ड खेला, वे विकास की बात नहीं करते.

इस पर जितिन प्रसाद ने कहा, 'राज्य में सड़कों, इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास हो रहा है. जहां तक लिंगायत मसले की बात है तो यह लोगों की भावना है जिसका सरकार ने सम्मान किया है. उन्हें अल्पसंख्यक का दर्जा दिए जाने की मांग है ताकि इसका फायदा मिल सके. सरकार का काम लोगों की भावना का आदर करना है.

कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए 12 मई को मतदान से पहले राज्य की सियासी, सामाजिक और आर्थिक आबोहवा पर मंथन के लिए बेंगलुरु में 31 मार्च को सजा महामंच. यह महामंच है इंडिया टुडे ग्रुप की ‘कर्नाटक पंचायत'. इस पंचायत में राजनीति, कारोबार जगत के दिग्गजों के साथ नौकरशाह, टेक्नोक्रेट्स, जानी-मानी हस्तियां और दूसरों पर गहरी छाप छोड़ने वाली कई शख्सियतें मौजूद रहीं. बेंगलुरु के होटल ललित अशोक में आयोजित ‘पंचायत’में तमाम न्यूज़मेकर्स और डिसिज़न-मेकर्स ने कर्नाटक के लोगों पर असर डालने वाले तमाम मुद्दों पर विचार किया.

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