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गुजरात के कांग्रेस विधायकों को ठिकाना देने वाले MLA की संपत्ति 600 करोड़ बढ़ी

2013 के विधानसभा चुनाव के दौरान शिवकुमार ने अपने नामांकन पत्र में उन्होंने 251 करोड़ रुपये की संपत्ति दिखाई थी. जबकि पांच साल के बाद उन्होंने 840 करोड़ रुपये दिखाया है.  इस तरह से शिवकुमार के पास 2013 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार उनकी 589 करोड़ रुपए की संपत्ति बढ़ी है.

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राहुल गांधी और डीके शिवकुमार
राहुल गांधी और डीके शिवकुमार

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गुजरात राज्यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेसी विधायकों को कर्नाटक में अपने होटल में जगह देने वाले विधायक और सिद्धारमैया सरकार में ऊर्जा मंत्री डीके शिवकुमार की संपत्ति काफी बढ़ गई है. कनकपुरा विधानसभा सीट से गुरुवार को शिवकुमार ने नामांकन पत्र दाखिल किया. नामांकन के दौरान दाखिल किए 94 पेज के हलफनामे में 840 करोड़ रुपए की संपत्ति का ब्योरा दिया है.

2013 में 251 करोड़ की संपत्ति

बता दें कि 2013 के विधानसभा चुनाव के दौरान शिवकुमार ने अपने नामांकन पत्र में 251 करोड़ रुपये की संपत्ति दिखाई थी. जबकि पांच साल के बाद उन्होंने 840 करोड़ रुपये दिखाया है. इस तरह से शिवकुमार के पास 2013 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार उनकी 589 करोड़ रुपए की संपत्ति का इजाफा हुआ है. 2008 के चुनाव में उनकी संपत्ति 75 करोड़ रुपए थी.

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नामांकन के दौरान शिवकुमार के हलफनामे के मुताबिक चल संपत्तियों की कुल कीमत 70 करोड़ 94 लाख 84 हजार 974 रुपे और अचल संपत्ति 548 करोड़ 85 लाख 20 हजार 592 रुपये बताई गई है. इसके अलावा सारी संपत्तियां उनकी पत्नी और तीन अन्य लोगों के नाम दिखाया गया है.

आयकर के पड़े थे छापे

गौरतलब है कि पिछले साल गुजरात के राज्यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के 44 विधायकों को बेंगलुरु के रिसॉर्ट में रखा गया था. इस दौरान उनके रिसॉर्ट सहित दिल्ली और कर्नाटक के अलग-अलग ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी हुई थी. शिवकुमार के ऊपर सिंगापुर के जरिए फंड को ठिकाने लगाने का आरोप था. आयकर विभाग के मुताबित उस वक्त छापेमारी में डीके शिवकुमार के यहां से 11.43 करोड़ रुपये बरामद हुए थे. इनमें  दिल्ली में हुई छापेमारी में 8.43 करोड़, बेंगलुरू और मैसूर में छापेमारी में 2.15 करोड़ और 60 लाख रुपये बरामद हुए थे. 

विधायक के कारोबार

हलफनामे के मुताबिक शिवकुमार पर दो मामले भी दर्ज हैं, जिसमें एक मामले बीते साल की आयकर विभाग की कार्रवाई के दौरान का है. शिवकुमार ग्रेनाइट निर्यात, रियल एस्टेट, शिक्षा और केबल टेलीविजन जैसे कारोबार में शामिल हैं. ये उनके और उनके परिवार के सदस्यों द्वारा संचालित कंपनियों के नेटवर्क के माध्यम से हैं.

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