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कुमारस्वामी के शपथ से पहले कांग्रेस में नया संकट, लिंगायत डिप्टी सीएम बनाने की मांग

लिंगायत सुमदाय के संगठन अखिल भारत वीरशैव महासभा के नेता तिप्पाना ने खुला पत्र लिखकर  कांग्रेस विधायक शमनूर शिवशंकरप्पा को उपमुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग की है. कहा कि बीजेपी ने भी उन्हें डिप्टी सीएम बनाने की बात कही थी,

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सिद्धारमैया और कुमारस्वामी(फाइल फोटो- Reuters)
सिद्धारमैया और कुमारस्वामी(फाइल फोटो- Reuters)

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कर्नाटक में कांग्रेस और जनता दल-सेक्युलर (जेडीएस) सरकार बनाने जा रहे हैं. एचडी कुमारस्वामी बुधवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. दलित चेहरे को उपमुख्यमंत्री बनाने जाने की रेस में सबसे आगे कांग्रेस नेता जी. परमेश्वर का नाम चल रहा है. जेडीएस ने जहां एक मुस्लिम को डिप्टी सीएम बनाए जाने का कार्ड चला, तो वहीं लिंगायत समुदाय से भी डिप्टी सीएम बनाये जाने की मांग कांग्रेस में उठी है.

लिंगायत समुदाय के संगठन अखिल भारत वीरशैव महासभा के नेता तिप्पाना ने खुला खत लिखकर कांग्रेस विधायक शमनूर शिवशंकरप्पा को उपमुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग की है. तिप्पाना ने कहा कि बीजेपी में जाने का भी उन्हें ऑफर मिला था लेकिन वो कांग्रेस पार्टी छोड़कर नहीं गए. ऐसे में पार्टी उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाए.

दावणगेरे दक्षिण विधानसभा सीट से शमनूर शिवशंकरप्पा ने जीत हासिल की है. उन्होंने बीजेपी के यशवंतराव जाधव को हराया है. अखिल भारत वीरशैव महासभा के वे राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं.

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कर्नाटक में येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद बीजेपी की नजर कांग्रेस के लिंगायत विधायकों पर थी. कहा जा रहा था कि कांग्रेस के लिंगायत नेता वोक्कलिगा समुदाय से आने वाले जेडीएस नेता कुमारस्वामी को सीएम पद के लिए समर्थन देने से नाराज हैं. ऐसी आशंकाएं हैं कि ये विधायक लिंगायत नेता येदियुरप्पा के पक्ष में पलट सकते हैं. लिंगायत मठों के जरिए भी कांग्रेस के इन विधायकों को बीजेपी के खेमे में लाने की कोशिशें की जा रही थीं.हालांकि, ये सब कांग्रेस के साथ एकजुट रहे.

कांग्रेस पार्टी से लिंगायत समुदाय के 18 विधायक जीतकर आए हैं. सिद्धारमैया सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे और लगातार पांच बार से विधायक लिंगायत नेता शमनूर शिवशंकरप्पा को लिंगायत विधायकों को एकजुट रखने की जिम्मेदारी दी गई थी. इस जिम्मेदारी को उन्होंने बखूबी निभाया और पार्टी के सभी लिंगायत विधायकों को बीजेपी के खेमे में जाने से रोके रखा.

गौरतलब है कि सिद्धारमैया के द्वारा लिंगायत समुदाय को अलग धर्म का दर्जा दिए जाने का शमनूर शिवशंकरप्पा ने विरोध किया था और इसे लिंगायतों को बांटने की साजिश करार दिया था.

गौरतलब है कि एचडी कुमारस्वामी दक्षिण कर्नाटक से आते हैं और कांग्रेस के जे. परमेश्वरा भी इसी इलाके से आते हैं. जबकि शमनूर शिवशंकरप्पा सेंट्रल कर्नाटक से आते हैं.

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कुमारस्वामी की सरकार में संभावित चेहरे

कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन में बनने वाली सरकार की कमान कुमारस्वामी के हाथों में होगी. 23 मई को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह से पहले डालते हैं उन संभावित चेहरों पर नजर जिन्हें अहम मंत्रालय की जिम्मेदारी दी जा सकती है. एचडी कुमारस्वामी- मुख्यमंत्री, वित्त मंत्रालय जी परमेश्वर- उपमुख्यमंत्री, गृह मंत्रालय एच विश्वनाथ (जेडीएस)- शिक्षा मंत्रालय सीएस पुत्तराजू (जेडीएस)- कृषि मंत्रालय एचडी रेवन्ना (जेडीएस)- पीडब्ल्यूडी केजे जॉर्ज (कांग्रेस)- बेंगलुरु डेवलेंपमेंट एम कृष्णप्पा (कांग्रेस)- -खेल मंत्रालय कृष्णा बायरे गौड़ा (कांग्रेस)- सूचना और प्रचार एन महेश (जेडीएस)- सोशल वेलफेयर मंत्रालय दिया जा सकता है.

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