scorecardresearch
 

कर्नाटक की आंच बिहार तक, राज्यपाल से मिले तेजस्वी, किया सरकार बनाने का दावा

मणिपुर में 2017 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान 60 सीटों में उनकी पार्टी ने 28 पर जीत दर्ज की थी और वह सबसे बड़ी पार्टी है और ऐसे में वह राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश कर रहे हैं.

Advertisement
X
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव (फाइल)
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव (फाइल)

Advertisement

कर्नाटक में राज्यपाल की ओर से सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने का मौका दिए जाने के बाद बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मिलकर सरकार बनाने का दावा किया है. इससे पहले आरजेडी ने पटना में राजभवन तक मार्च किया.

कांग्रेस ने गोवा में सरकार बनाने का दावा पेश किया और राज्यपाल मृदुला सिन्हा को पत्र सौंपकर सदन में बहुमत साबित करने के लिए न्योता देने की मांग की.

यही नहीं मणिपुर विधानसभा में विपक्ष के नेता ओ इबोबी सिंह ने भी राज्यपाल से मुलाकात कर सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए न्यौता देने की मांग की है.

मणिपुर में 2017 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान 60 सीटों में उनकी पार्टी ने 28 पर जीत दर्ज की थी और वह सबसे बड़ी पार्टी है और ऐसे में वह राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश कर रहे हैं.

Advertisement

उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने मणिपुर विधानसभा की 60 में से 21 सीट जीतने वाली भाजपा को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया था.

इस बीच कांग्रेस ने राष्ट्रपति के समक्ष इस मामले को उठाने को फैसला किया है. राज्यसभा में पार्टी के नेता गुलाम नबी आजाद कर्नाटक विधायकों को लेकर राष्ट्रपति से शनिवार को मुलाकात करेंगे. आजाद आज शाम कर्नाटक से दिल्ली के लिए रवाना होंगे.

वहीं गुरुवार शाम को कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत ने प्रदेश कांग्रेस नेताओं को पत्र लिखकर व्यापक स्तर पर कर्नाटक के राज्यपाल के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन की अपील की. जयपुर, मणिपुर, गोवा, बेंगलुरु और भोपाल सहित देश भर में कांग्रेस के कार्यकर्ता कर्नाटक मामले पर प्रदर्शन करेंगे.

हालांकि इन राज्यों में सरकार बनाने के सहयोगी दलों के दावे पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि गोवा और मणिपुर में चुनाव एक साल से अधिक समय पहले हुए थे, जबकि बिहार में चुनाव 2015 में हुए थे. ऐसे में कांग्रेस और राजद के इस कदम को भाजपा को शर्मिंदगी महसूस कराने पर केंद्रित माना जा रहा है.

गोवा और मणिपुर में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, लेकिन वह सरकार नहीं बना पाई थी. बिहार में राष्ट्रीय जनता दल को सबसे ज्यादा सीटें मिली थीं और उसने जनता दल यूनाइटेड के साथ मिलकर सरकार बनाई थी, लेकिन बाद में जनता दल यूनाइटेड और भाजपा एक हो गए और सरकार बना ली.

Advertisement

कर्नाटक में भाजपा 104 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी जिसे बुधवार को राज्यपाल वाजूभाई वाला ने सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया.

हालांकि कांग्रेस और जेडीएस ने 117 विधायकों का समर्थन होने का जिक्र करते हुए अपनी सरकार बनाने का दावा पेश किया था, लेकिन राज्यपाल ने सबसे बड़ी पार्टी भाजपा को सरकार बनाने का मौका दिया और 15 दिन में बहुमत साबित करने को कहा. भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा ने गुरुवार को सुबह मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली.

कर्नाटक की 224 विधानसभा सीटों में से 222 पर चुनाव हुए थे. बहुमत का आंकड़ा 112 है.

Advertisement
Advertisement