कर्नाटक में येदियुरप्पा सरकार गिरने से गदगद कांग्रेस ने बीजेपी पर करारा हमला बोला है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि देश की जनता ने देखा कि कर्नाटक विधानसभा में राष्ट्रगान बजने से पहले ही बीजेपी के विधायक और स्पीकर सदन से उठकर बाहर चले गए. ये हिंदुस्तान के किसी भी संस्थान की इज्जत नहीं करते हैं.
उन्होंने कहा, ''मुझे गर्व है कि कर्नाटक की जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष एवं हत्यारोपी अमित शाह को दिखा दिया कि वे लोकतंत्र को पैसे से खरीद नहीं सकते हैं.''
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने शपथ लेने के दो दिनों बाद शनिवार को पद से इस्तीफा दे दिया. येदियुरप्पा ने विधानसभा में बहुमत के लिए पक्ष में आवश्यक सदस्यों की संख्या न होने के कारण इस्तीफा दिया है. राहुल गांधी के भाषण की 10 बड़ी बातें.....
1. कर्नाटक विधानसभा में राष्ट्रगान बजने से पहले ही बीजेपी के विधायक और स्पीकर सदन से उठकर बाहर चले गए. ये उनका स्वभाव है कि वे हिंदुस्तान के किसी भी संस्थान की इज्जत नहीं करते हैं. बीजेपी और संघ ऐसा पहले भी बार-बार करते रहे हैं.
2. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और पीएम मोदी मानते हैं कि वे लोकतंत्र को खरीद सकते हैं. ये मणिपुर और गोवा में जनादेश का असम्मान कर चुके हैं.
3. भारत में पावर, मनी और करप्शन ही सबकुछ नहीं है. उम्मीद है कि बीजेपी और आरएसएस ने कर्नाटक से सबक सीखा होगा. मीडिया के सामने खुलेआम बीजेपी ने कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों को खरीदने की कोशिश की.
4. प्रधानमंत्री न तो हिंदुस्तान से बड़े हैं और न ही सुप्रीम कोर्ट से. विपक्ष अपने सहयोग से बीजेपी को हराएगा.
5. देशभर में लगातार हमले हो रहे हैं. बीजेपी और आरएसएस को हम रोकेंगे. देश की जनता और कर्नाटक की जनता ने रक्षा की.
6. हमने लोगों को यह समझाने में सफलता पाई कि आप जिस तरीके से सरकार चला रहे हैं, वैसे नहीं हो सकता.
7. प्रधानमंत्री ने कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों की खरीद-फरोख्त को मंजूरी दी. प्रधानमंत्री कहते हैं कि वे भ्रष्टाचार से लड़ रहे हैं, लेकिन असल में वे भ्रष्टाचार हैं. हमने फोन पर हुई बातचीत सार्वजनिक रूप से रखी है.
8. बीजेपी के लोग सोचते हैं कि वे देश की हर संस्था को झुका सकते हैं और तबाह कर सकते हैं. वे एक के बाद एक जनादेश का अपमान कर रहे हैं. मैं कर्नाटक के लोगों को अपनी शुभकामनाएं देता हूं.
9. भारत में ताकत कुछ नहीं है. लोगों की इच्छाशक्ति ही सबकुछ है. हमने जनता को बताया और बीजेपी के अहंकार की सीमा भी गिनाई. इस देश को कैसे चलाया जाना है, इसकी एक सीमा है.
10. प्रधानमंत्री का मॉडल लोकतांत्रिक नहीं, बल्कि तानाशाही वाला है.
11. मैं जातिवादी नहीं हूं. अपृश्यता में विश्वास नहीं करता. राज्यपाल वजुभाई वाला इस्तीफा देते हैं या नहीं, एक अलग मुद्दा है, लेकिन देश की संवैधानिक संस्थाओं पर लगातार हमले हो रहे हैं. अगर आप एक को बदल देते हैं, तो दूसरा आने के बाद वही करता है. ये बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दा है.
12. पीएम भारत से बड़े नहीं हैं. पीएम जनता, सुप्रीम कोर्ट, संसद, विधानसभा से बड़े नहीं हो सकते. उन्हें ये सोचना बंद करना होगा. उन्हें समझना होगा कि उन्हें संस्थान का सम्मान करना होगा. जिस तरीके से उनकी ट्रेनिंग हुई है, मुझे शक है कि वे किसी को अपने सामने सम्मान देते हों.