कर्नाटक की सत्ता को बचाने के लिए जहां एक ओर कांग्रेस को जद्दोजहद करनी पड़ रही है, वहीं दूसरी ओर बीजेपी सत्ता पर काबिज होने के लिए बेकरार है. लिहाजा कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी के दिग्गज नेता जोरशोर से चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं. अभी तक कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी चुनाव प्रचार कर रहे थे, लेकिन अब सोनिया गांधी भी चुनाव प्रचार में उतरेंगी.
यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने चुनाव प्रचार से दूर रहने के अपने फैसले को पलटते हुए कर्नाटक विधानसभा चुनाव में पार्टी के लिए प्रचार करने जा रही हैं. वो आठ मई को बीजापुर में चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगी. राहुल गांधी के कांग्रेस के अध्यक्ष बनने के बाद यह पहली बार है, जब सोनिया गांधी चुनाव प्रचार करने जा रही हैं. हालांकि ऐसा नहीं है कि राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद से ही सोनिया गांधी चुनाव प्रचार से दूर हैं. वो पहले से ही इससे दूरी बनाए हुए हैं.
कांग्रेस की कमान राहुल गांधी को सौंपने के बाद से तो सोनिया गांधी ने चुनाव प्रचार से पूरी तरह से दूरी बना ली थी. उन्होंने हाल ही में उत्तर प्रदेश समेत बाकी राज्यों में हुए चुनाव में प्रचार नहीं किया था, लेकिन अब उन्होंने अपना फैसला बदल दिया है. कर्नाटक में कांग्रेस के आंतरिक सर्वे के मुताबिक विधानसभा चुनाव में पार्टी को फिर से जीत मिल सकती है और वह सत्ता में बरकरार रह सकती है. इसी के चलते सोनिया गांधी ने राहुल गांधी को मजबूती देने के मकसद से बीजापुर में चुनावी रैली करने का फैसला लिया है.
वहीं, दूसरी ओर बीजेपी के दिग्गज नेता ताबड़तोड़ चुनावी रैलियां कर रहे हैं. बीजेपी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी चुनाव प्रचार में उतारा है. शनिवार को पीएम मोदी ने चार चुनावी रैलियों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने सूबे की सिद्धारमैया सरकार और कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधा. इसके अलावा बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी लगातार रैलियां कर रहे हैं और कांग्रेस पार्टी व राहुल गांधी पर हमला बोल रहे हैं. मालूम हो कि कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के लिए 12 मई को मतदान होने हैं.