कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सिद्धारमैया ने राज्यपाल वजुभाई वाला से मुलाकात की और अपना इस्तीफा उन्हें सौंप दिया.
मतगणना में त्रिशंकु विधानसभा के संकेत मिलने के बाद कांग्रेस ने जद (एस) को सरकार बनाने के लिए समर्थन देने का ऐलान किया है और फिर सिद्धारमैया राजभवन गए. दो विधानसभा सीटों से चुनाव लड़ने वाले सिद्धारमैया बादामी सीट तो जीत गए, लेकिन मैसूर में चामुंडेश्वरी सीट पर उन्हें करारी हार मिली है.
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बदलते रुझानों के बीच कांग्रेस अभी हिम्मत नहीं हारी है. कांग्रेस इस समय रुझानों में बीजेपी के बाद दूसरे नंबर की बड़ी पार्टी दिख रही है. बीजेपी बहुमत से थोड़ा पीछे रहती दिख रही है और कांग्रेस कर्नाटक में कम से कम एक बार सरकार बनाने की कोशिश करना चाहती है. इसके तहत कुमारस्वामी ने राज्यपाल से मुलाकात भी की है.
कर्नाटक में मौजूद कांग्रेस के सीनियर नेता गुलाम नबी आजाद ने पत्रकारों से कहा है कि उनकी देवगौड़ा और उनके बेटे कुमारस्वामी दोनों के साथ फोन पर बात हुई है. उन्होंने बताया कि जेडीएस ने इस प्रस्ताव को स्वीकार किया है. आजाद ने कहा कि जेडीएस सरकार चलाएगी. उन्होंने आगे कहा कि शाम को गवर्नर से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया जाएगा. उन्होंने कहा कि राज्यपाल से कहा जाएगा कि हमारे पास बीजेपी से ज्यादा सीटें हैं.
इससे पहले, मंगलवार दोपहर को सोनिया गांधी ने कर्नाटक में मौजूद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद को फोन करके कहा कि वह जेडीएस प्रमुख एचडी देवगौड़ा से बात करें. कांग्रेस और जेडीएस मिलकर सरकार बनाने की सूरत में हैं, लेकिन बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आती है तो सरकार बनाने और बहुमत साबित करने का पहला न्योता उसे ही मिल सकता है.