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कर्नाटक: शिमोगा सीट पर बीजेपी के केएस ईश्वरप्पा का कब्‍जा, 46 हजार वोटों से जीते

शिमोगा निर्वाचन क्षेत्र में बीजेपी से केएस ईश्वरप्पा और कांग्रेस से केबी प्रसन्ना कुमार मैदान में थे. जनता दल-सेक्युलर ने एचएन निरंजन, ऑल इंडिया महिला एम्पॉवरमेंट पार्टी ने मोहम्मद युसूफ खान को उतारा था. कुल 20 प्रत्याशी मैदान में थे. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) पहले ही जेडी (एस) को अपना समर्थन देने की घोषणा कर चुकी हैं.

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शिमोगा सीट पर बीजेपी के केएस ईश्वरप्पा आगे
शिमोगा सीट पर बीजेपी के केएस ईश्वरप्पा आगे

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कर्नाटक विधानसभा चुनाव के रुझान आ रहे हैं. कर्नाटक के विधानसभा सीट शिमोगा में बीजेपी और कांग्रेस के कद्दावर नेताओं को त्रिकोणीय मुकाबले का सामना करना पड़ा है. इसमें बीजेपी के केएस ईश्वरप्पा विजय साबित हुए. ईश्वरप्पा ने 46107 वोटों से जीत हासिल की.

पिछली बार यहां हार-जीत का अंतर मामूली था, हालांकि इस बार दोपहर 12 बजे तक केएस ईश्वरप्पा ने लगभग 35 हजार वोटों की बढ़त बना ली थी. दूसरे नंबर पर कांग्रेस के केबी प्रसन्ना कुमार रहे. वहीं जेडीएस के उम्‍मीदवार 5796 वोटों पर ही सिमट गए. ईश्वरप्पा को 104027 वोट मिले तो दूसरे नंबर पर रहने वाले कांग्रेस उम्‍मीदवार को 57920 वोट से संतुष्‍ट होना पड़ा.

सीट संख्या-113 शिमोगा

शिमोगा निर्वाचन क्षेत्र में बीजेपी से केएस ईश्वरप्पा और कांग्रेस से केबी प्रसन्ना कुमार मैदान में थे. जनता दल-सेक्युलर ने एचएन निरंजन, ऑल इंडिया महिला एम्पॉवरमेंट पार्टी ने मोहम्मद युसूफ खान को उतारा था. कुल 20 प्रत्याशी मैदान में थे. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) पहले ही जेडी (एस) को अपना समर्थन देने की घोषणा कर चुकी हैं.

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यह निर्वाचन क्षेत्र एक ग्रामीण तालुका है और यह शिमोगा लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है. शिमोगा मध्य कर्नाटक में स्थित एक शहर है. पुराणों के मुताबिक भगवान शिव ने इसी जगह पर तुंगभद्रा नदी को पीकर सोख लिया था और इसलिए इस जगह को शिमोगा या शिवमोग्गा कहते हैं. मान्यता के अनुसार, भगवान शिव ने मोग्गे यानि एक पात्र से तुंगा नदी का जल पिया था. यह इलाका वन्य जीव अभयारण्यों और नयनाभिराम झरनों के लिए भी मशहूर है. शिमोगा राज्य में चावल का सबसे बड़ा उत्पादक है और इसे कर्नाटक का 'चावल का कटोरा' भी कहा जाता  है.

शिमोगा निर्वाचन क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 2,46,564 है. इनमें पुरुष वोटर्स की संख्या 1,22,213 और महिला मतदाताओं की संख्या 1,24,319 है. यानी यहां पुरुषों के मुकाबले महिला मतदाता ज्यादा हैं. बीजेपी, जेडी (एस) और कांग्रेस के कैंडिडेट क्रमश: कुरुबा, लिंगायत और ब्राह्मण समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. तीनों जातियों की इस इलाके में अच्छी संख्या है. इसके पास की शिकारीपुरा सीट पर पिछले करीब 35 साल से बीजेपी के सीएम फेस येदियुरप्पा का कब्जा रहा है. इसलिए उनका इस इलाके में भी असर है. शिमोगा शहर शिमोगा जिले का मुख्यालय भी और यह शिमोगा लोकसभा क्षेत्र के तहत आता है.

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विधानसभा चुनाव 2013 में शिमोगा निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के मौजूदा विधायक केबी प्रसन्ना कुमार ने 39,355 वोट हासिल किए थे, जबकि कर्नाटक जनता पक्ष (KJP) के एस. रुद्रगौड़ा ने 39,077 मत प्राप्त किए थे. यानी कांग्रेस के विधायक को करीब 300 वोटों के बेहद मामूली अंतर से जीत मिली थी. इसलिए इस बार यहां मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है. बीजेपी कैंडिडेट ईश्वरप्पा तो उनसे 6,000 वोटों से पीछे थे.

बीजेपी के दिग्गज नेता को हरा चुके हैं प्रसन्ना कुमार

केबी प्रसन्ना कुमार उस वक्त सुर्खियों में आए थे, जब उन्होंने 2013 में राज्य के उपमुख्यमंत्री रहे केएस ईश्वरप्पा को हराया था, जिसके बाद उन्हें कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में शुमार किया जाना लगा. बीजेपी ने 2012 से 2013 तक जगदीश शेट्टार की नेतृत्व वाली सरकार में उपमुख्यमंत्री रहे केएस ईश्वरप्पा को एक बार फिर से शिमोगा में चुनाव मैदान में उतारा है. ईश्वरप्पा इस बार कर्नाटक विधान परिषद में विपक्ष के नेता थे. आरएसएस के कार्यकर्ता के रूप में अपनी सार्वजनिक जिंदगी की शुरुआत करने वाले ईश्वरप्पा एबीवीपी से जुड़े और बाद में भारतीय जनसंघ में शामिल हो गए थे. वे येदियुरप्पा सरकार में ऊर्जा मंत्री भी रह चुके हैं.

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