कर्नाटक का किंग कौन?' जानने के लिए देश का सबसे बड़ा न्यूज चैनल 'आजतक' लेकर आया है सबसे बड़ा ओपिनियन पोल. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के नेतृत्व में कांग्रेस अपना किला बचाने में जुटी है तो वहीं बी. एस. येदियुरप्पा को सीएम का चेहरा बनाकर बीजेपी भी मैदान में डट गई है. जेडीएस बसपा के साथ गठबंधन कर चुनाव मैदान में उतरने जा रही है.
ऐसे में आजतक के ओपिनियन मुख्यमंत्री के रूप में सिद्धारमैया के 5 साल के कार्य पर लोगों ने अपनी राय दी. ओपिनियन पोल के अनुसार 10 प्रतिशत लोगों ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के कार्य को बहुत अच्छा बताया और वहीं 28 प्रतिशत लोगों ने उनके कामकाज को अच्छा बताया. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के कामकाज को सराहने वाले लोगों का प्रतिशत 38 रहा.
वहीं उनके कामकाज को औसत बताने वाले 31 प्रतिशत लोग रहे. 20 प्रतिशत लोगों ने उनके कामकाज को खराब और 9 प्रतिशत लोगों ने बताया कि उनका कामकाज काफी खराब रहा. ऐसे में 29 प्रतिशत लोग नहीं मानते कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का कामकाज अच्छा रहा. वहीं 2 प्रतिशत लोग उनके कार्यकाल पर राय नहीं बना पाए. ऐसे में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का कामकाज ज्यादातर लोगों को भाया और उनके कामकाज को लोगों ने पसंद किया है.
जाति के अनुसार यह रही राय
वहीं जाति के अनुसार 42 प्रतिशत कुरुबास जाति ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया कामकाज को अच्छा या बहुत अच्छा बताया. ऐसा कहने वालों में 32 प्रतिशत वोक्कलिगा, 30 प्रतिशत लिंगायत, 33 प्रतिशत ब्राह्मण, 39 प्रतिशत एडिगास, और 45 प्रतिशत दलित भी शामिल रहे, जिनके अनुसार मुख्यमंत्री सिद्धारमैया कामकाज को अच्छा या बहुत अच्छा रहा.
कांग्रेस राज को बताया औसत
वहीं कांग्रेस के कर्नाटक के 5 साल के कार्यकाल को ज्यादातर लोगों ने औसत बताया. 8 प्रतिशत लोगों के अनुसार कांग्रेस का 5 साल का कार्यकाल काफी अच्छा रहा. वहीं 27 प्रतिशत लोगों ने कांग्रेस के कार्यकाल को अच्छा बताया. ऐसे कांग्रेस के कार्यकाल को सराहने वाले लोगों का प्रतिशत 35 रहा.
वहीं उनके कांग्रेस के कार्यकाल को औसत बताने वाले 31 प्रतिशत लोग रहे. 21 प्रतिशत लोगों ने कांग्रेस के कार्यकाल को खराब और 11 प्रतिशत लोगों ने बताया कि कांग्रेस के कार्यकाल काफी खराब रहा. ऐसे में 32 प्रतिशत लोग नहीं मानते कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का कामकाज अच्छा रहा. 2 प्रतिशत लोग राय नहीं बना सके.
वहीं जाति के अनुसार 38 प्रतिशत कुरुबास जाति ने कांग्रेस के कार्यकाल को अच्छा या बहुत अच्छा बताया. ऐसा कहने वालों में 27 प्रतिशत वोक्कलिगा, 27 प्रतिशत लिंगायत, 29 प्रतिशत ब्राह्मण, 36 प्रतिशत एडिगास, और 42 प्रतिशत दलित भी शामिल रहे, जिनके अनुसार मुख्यमंत्री सिद्धारमैया कामकाज को अच्छा या बहुत अच्छा रहा.
ऐसे में कह सकते हैं लोगों को मुख्यमंत्री के रूप में सिद्धारमैया अच्छा लगे, लेकिन कांग्रेस का कार्यकाल उनके लिए औसत रहा.
12 मई को मतदान
225 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा के लिए 224 सीटों पर एक ही चरण में मतदान 12 मई को होगा. आपको बता दें कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए 15 मई को वोटों की गिनती की जाएगी. चुनाव आयोग के मुताबिक 17 अप्रैल से 24 अप्रैल तक नामांकन भरे जाएंगे. इसके बाद 25 अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी. वहीं 27 अप्रैल तक उम्मीदवार अपना नाम वापस ले सकेंगे.
चुनाव आयोग के मुताबिक कर्नाटक में 4 करोड़ 96 लाख वोटर हैं. 97 फीसदी मतदाताओं के फोटो पहचान पत्र जारी कर दिए गए हैं. इस बार कर्नाटक में 56 हजार पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे. 28 मई से पहले चुनाव की सभी प्रक्रियाएं पूरी कर ली जाएंगी