कर्नाटक में चुनावी जंग शुरू होने से पहले पार्टियों को अंदरूनी नाराजगी से दो-चार होना पड़ रहा है. खासकर कांग्रेस में पार्टी के भीतर से ही टिकट बंटवारे पर विरोध के स्वर सामने आ रहे हैं. पार्टी ने 15 अप्रैल को 218 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है, जिसके बाद कई नेता नाखुश दिखाई दे रहे हैं.
अब पार्टी के वरिष्ठ नेता के. रहमान खान ने भी टिकट वितरण को लेकर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा, 'ये दुख की बात है कि पार्टी की राज्य यूनिट सभी को साथ लेकर चलने में नाकाम दिखाई दे रही है. ऐसे नए लोगों को जिम्मेदारियां दी जा रही हैं, जो ये भी नहीं जानते कि वरिष्ठों के साथ कैसा बर्ताव किया जाता है. अगर पार्टी हाईकमान ने क्षेत्रीय नेताओं के इस रवैये पर गौर नहीं किया तो इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है.'
कर्नाटक और केंद्र की राजनीति के बड़े मुस्लिम चेहरे माने जाने वाले के. रहमान खान ने टिकट वितरण में जनता दल (सेकुलर) से आए नेताओं को तरजीह देने पर भी नाखुशी जाहिर की. उन्होंने कहा, 'हमारे मुख्यमंत्री समेत तमाम लोग जद(एस) से आए हैं, इसलिए वह उन्हें ज्यादा अहमियत दे रहे हैं. कांग्रेस काडर और नेताओं से उनका खास लगाव नहीं है.'
12 मई को मतदान
कर्नाटक में 12 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 15 अप्रैल को 218 उम्मीदवारों की सूची जारी की है. जिसके बाद टिकट न पाने वालों नेताओं के समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन भी किया. हालांकि, कांग्रेस ने अपने ज्यादातर मौजूदा विधायकों पर ही भरोसा किया है. पार्टी ने सिर्फ 14 मौजूदा विधायकों के टिकट काटे हैं. अभी सिंगडी, नागथन, मेलूकोटे, कित्तूर, रायचूर और शांतिनगर सीटों पर टिकट फाइनल नहीं किए गए हैं.