कर्नाटक चुनाव की जंग दिलचस्प होती जा रही है, राजनेताओं के जुबानी तीरों की धार भी लगातार तेज हो रही है. इन सभी के बीच भी पार्टियों की कोशिश समीकरण साधने की है और कोशिश ये भी है कि किसी से रिश्ते ना बिगड़े. यही कारण है कि राहुल गांधी और एचडी देवगौड़ा के बीच बढ़ते विवाद के बीच कांग्रेस की ओर से सफाई आई है.
कांग्रेस का कहना है कि पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने कभी भी जद ( एस ) प्रमुख एच . डी . देवेगौड़ा का अपमान नहीं किया है , जैसा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दावा किया है.
प्रधानमंत्री के हमले पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मोदी ने अपने दो पूर्ववर्ती प्रधानमंत्रियों ( मनमोहन सिंह और देवेगौड़ा ) का अपमान किया है और उन्हें माफी मांगनी चाहिए. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा का कहना है कि राहुल गांधी ने कभी भी देवेगौड़ा का अपमान नहीं किया है. अपमान करना कांग्रेस की संस्कृति का हिस्सा नहीं है.
गौरतलब है कि कर्नाटक में प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री ने कांग्रेस अध्यक्ष पर निशाना साधा था. पीएम ने कांग्रेस अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष चुनावी सभाओं में देवगौड़ा जी का कैसे उल्लेख कर रहे थे, ये आपका अहंकार है. अभी तो आपके करियर की शुरुआत हुई है. आप उन्हें अपमानित करते हैं. अभी आपकी जिंदगी की शुरुआत है, उनके आने वाले दिन कितने बुरे हो सकते हैं, आप सोच सकते हैं.
मंगलवार को पीएम मोदी ने कहा था कि पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा ने दिल्ली में जब भी वक्त मांगा, मैं उनसे मिला. देवगौड़ा जब घर आते हैं तो मैं उनकी गाड़ी का दरवाजा खोलकर उनका स्वागत करता हूं. जब वे जाते हैं तो मैं उनको गाड़ी में बैठा कर आता हूं. वे हमारे राजनीतिक विरोधी हैं, लेकिन वे हमारे सम्मानीय नेताओं में से एक हैं.
देवगौड़ा ने भी की थी तारीफ
मोदी की तारीफ के जवाब में पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा ने भी पीएम की तारीफ की थी. पूर्व पीएम एचजी देवगौड़ा ने गुरुवार को कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब भी किसी राज्य में जाते हैं, तो वहां के मुद्दों को समझते हैं और उसके बारे में बात करते हैं. यहां भी उन्होंने ऐसा ही किया है.
इसके अलावा देवगौड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने जो कहा है वही काफी है. लेकिन इसके अलावा और कुछ भी नहीं है. देवगौड़ा बोले कि मोदी जानते हैं कि सिद्धारमैया किस तरह मेरे बारे में बात करते हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि वह अकेले दम पर राज्य में सरकार बनाएंगे और किसी के साथ नहीं जाएंगे.