तमाम सर्वे में कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे त्रिशंकु होने का अनुमान सामने आया है. अब सट्टा बाजार में भी ज्यादातर बुकी कर्नाटक विधानसभा चुनाव में त्रिशुंक विधानसभा पर दांव लगा रहे हैं.
3,000 करोड़ रुपये की सट्टेबाजी
बिजनेस लाइन अखबार के अनुसार, कई बुकी का मानना है कि साल 2013 में 40 सीटें जीतने वाली बीजेपी इस बार अपनी सीटों की संख्या को दोगुना से ज्यादा कर सकती है, लेकिन उसे सरकार बनाने लायक बहुमत का आंकड़ा नहीं मिल पाएगा.
गौरतलब है कि सट्टा बाजार एक अवैध बाजार है, जहां चुनावों को लेकर भी सट्टा लगाने का खूब खेल चलता है. कई बुकीज का कहना है कि कर्नाटक चुनाव के लिए बेटिंग का धंधा करीब 3,000 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है.
जेडी (एस) की मदद से सरकार बनाएगी बीजेपी!
कर्नाटक विधानसभा में 224 सीटे हैं जिसमें बहुमत के लिए 113 सीटें जरूरी हैं. एक बुकी ने अखबार से कहा, 'हम अमित शाह की रणनीतिक कुशलता पर भरोसा कर रहे हैं और हमारा यह मानना है कि देवगौड़ा की जेडी (एस) की मदद से बीजेपी सरकार बना लेगी, क्योंकि नतीजे त्रिशंकु विधानसभा के हो सकते हैं.'
बीजेपी को करीब 95 सीटें मिलने का अनुमान
सट्टा बाजार का अपना एक अलग आकलन होता है. दिसंबर 2017 में जब ऐसा लगता था कि गुजरात चुनाव में बीजेपी अच्छी जीत हासिल करेगी, सट्टा बाजार के बुकीज ने बिल्कुल सही अनुमान लगाते हुए बीजेपी की सीटें पहले से कम होने का अनुमान लगाया था. इस बार भी बुकी का कहना है कि कर्नाटक में बीजेपी 95 सीटों के आंकड़े को पार नहीं कर पाएगी.
बीजेपी के ज्यादा से ज्यादा 95 सीटें जीतने पर दांव लग रहा है तो बुकीज इस पर भी पूरे भरोसे के साथ दांव लगा रहे हैं कि उसे 80 से कम सीटें नहीं मिलेंगी. जेडी (एस) के 20 सीट जीतने का दांव लगाया जा रहा है और बुकीज को यह भरोसा है कि यह पार्टी सरकार बनाने के लिए बीजेपी का साथ देगी.
गौरतलब है कि राज्य की विधानसभा में फिलहाल कांग्रेस के पास 122 सीटें हैं. लेकिन इस बार एंटी इनकम्बेंसी और अन्य कई वजहों से बुकी कांग्रेस की सीटें काफी कम होने का अंदाजा लगा रहे हैं.