कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद अब सूबे में विधान परिषद की 11 सीटों के लिए चुनाव होने जा रहे हैं. कर्नाटक विधान परिषद की 11 सीटों के लिए 11 जून को मतदान होगा. इस बारे में अधिसूचना जारी हो गई है.
कर्नाटक समेत भारत के कुल सात राज्यों में ही द्विसदनीय विधायिका है. उच्च सदन को विधान परिषद और निचले सदन को विधानसभा कहा जाता है. कर्नाटक विधान परिषद में सदस्यों की कुल संख्या 75 है.
इन 11 सीटों पर होने वाले चुनाव में नवनिर्वाचित विधानसभा सदस्य मतदान करेंगे. विधान परिषद के 11 सदस्यों के विधानसभा में निर्वाचित होने की वजह से ये सीटें खाली हुई हैं. इन विधान परिषद सदस्यों का कार्यकाल 17 जून को खत्म हो रहा है.
इस चुनाव को लेकर राजनीतिक रस्साकशी शुरू हो गई है. इससे पहले कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जमकर सियासी नाटक देखने को मिला. इस चुनाव में किसी भी राजनीतिक दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला.
बीजेपी 104 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी और येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री की शपथ ले ली थी.
इन दोनों राजनीतिक दलों की अपील पर सुप्रीम कोर्ट ने येदियुरप्पा को शनिवार चार बजे तक विधानसभा में बहुमत साबित करने को कहा, जिसमें वो खुद को विफल होता देख मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.
अब जेडीएस के कुमारस्वामी 23 मई को कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं. उनको कांग्रेस का समर्थन हासिल है. दोनों दलों के विधायकों की संख्या बहुमत के लिए जरूरी 112 से ज्यादा हैं. इस चुनाव में कांग्रेस 78 सीटें जीतकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी और जेडीएस को सिर्फ 37 सीटों पर ही जीत मिली.