कर्नाटक में चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस को लेकर थ्री-पी की थ्योरी बताई थी. कर्नाटक चुनाव परिणाम के बाद पीएम मोदी द्वारा कांग्रेस के लिए इस्तेमाल PPP की परिभाषा सही साबित हुई है. क्योंकि अब कांग्रेस के हाथ से कर्नाटक भी निकल गई है और बीजेपी सत्ता पर काबिज होती दिख रही है.
दरअसल पीएम मोदी ने कर्नाटक चुनाव में रैली के दौरान कांग्रेस को थ्री पी पार्टी बताया था. पीएम मोदी ने कहा था कि 15 मई को कर्नाटक चुनाव के रिजल्ट आएंगे और उसके बाद कांग्रेस PPP में सिमट जाएगी. PPP की परिभाषा बताते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि अब कांग्रेस पुडिचेरी, पंजाब और परिवार में सिमट कर रह जाएगी, और यह उनके अब तक किए कामों का सबूत होगा.
Come 15th May, the Indian National Congress will become the PPP Congress (Punjab, Puducherry and Parivar Congress).
Congress is being rejected all over India. pic.twitter.com/Yx5n5jvwA7
— Narendra Modi (@narendramodi) May 5, 2018Advertisement
उस वक्त पीएम मोदी के थ्री पी पार्टी वाले बयान पर कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने पलटवार किया था. सिद्धारमैया ने कहा था कि बीजेपी पहले से ही थ्री-पी पार्टी का खिताब हासिल किए बैठी है. जवाब में सिद्धारमैया ने ट्वीट कर कहा था कि वो लोकतंत्र के थ्री पी वाले फॉर्मूले को मानते हैं. ऑफ द पीपल, बाय द पीपल, फॉर द पीपल.. यानी जनता का जनता के लिए..जनता के द्वारा. जबकि आपकी पार्टी की 3 पी का मतलब है प्रिजन यानी जेल, प्राइस राइज यानी दाम में बढ़ोतरी और पकौड़ा पार्टी.
बता दें, पिछले कुछ सालों में कांग्रेस की लगातार हार हो रही है. केंद्र में मोदी सरकार बनने के बाद अगर कांग्रेस के खाते में कोई राज्य आया है तो वो एकमात्र पंजाब है. राजनीति के जानकार तो यहां तक कहते हैं कि पंजाब में लोगों ने केवल अमरिंदर सिंह के नाम पर कांग्रेस को वोट किया. यानी यहां भी कांग्रेस नहीं अमरिंदर सिंह लोगों की पसंद बने.
कर्नाटक में हार एक तरह से कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है. राहुल गांधी के लिए कर्नाटक में पार्टी की जीत बेहद जरूरी थी. लेकिन उनके खात में एक और हार जुड़ गया है. इससे पहले राहुल के अध्यक्ष बनने के बाद कांग्रेस की गुजरात और त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में हार हुई थी.