कर्नाटक की अपनी पहली रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस शासन और राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा. कांग्रेस के विकास के दावों और पुराने वादों को याद दिलाते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 5 साल में सिद्धारमैया सरकार ने कर्नाटक को विकास के पथ से उतार दिया है. पीएम मोदी ने चमराजनगर से चुनावी अभियान की शुरुआत की और राज्य की कांग्रेस सरकार और कांग्रेस पार्टी और अध्यक्ष राहुल गांधी पर 10 बड़े हमले किए.
1. सोनिया गांधी ने 2005 में 2009 तक सभी गांवों में बिजली पहुंचाने का वादा किया था. वादा पूरा नहीं किया. अब हमने सभी गांवों तक बिजली पहुंचाई है.
2. सिद्धारमैया सरकार में कोई भी सुरक्षित नहीं है. राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक है. यहां तक कि लोकायुक्त भी इस राज्य में सुरक्षित नहीं हैं.
3. किसानों की हालत पिछले 5 साल में बदहाल है. सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल रहा. हम इस हालात को बदल देंगे.
4. पीएम मोदी ने कहा कि देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ तक हम 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ रहे हैं.
5. राजनीति के चक्कर में कांग्रेस ने चमराजनगर में रेलवे परियोजना को लटका दिया.
6. कांग्रेस का चरित्र है अटकाना-लटकाना और भटकाना. हर विकास के काम में वे ये कर रहे हैं. इससे आम लोगों की जिंदगी पर असर पड़ रहा है, समस्याएं बढ़ रही हैं.
7. कर्नाटक के लोगों से अपील है कि विकास के लिए वोट दीजिए. ताकि लोगों के सपनों को हम पूरा कर सकें.
8. मेरी सरकार दिल्ली में आम आदमी के लिए काम कर रही है. कर्नाटक में भी हमें इसका मौका दीजिए. सरकार बदलने के नारे को पूरा कीजिए.
9. सिद्धारमैया सरकार 10 फीसदी कमीशन मोड में काम कर रही है. इस माहौल को खत्म करने की तैयारी है.
10. कांग्रेस अध्यक्ष को ना तो देश के इतिहास का पता है और ना ही राष्ट्र गान का सम्मान है. कांग्रेस के नेता ने मनमोहन सिंह जी के आदेश का अनादर किया, उनके फैसले को भरी पत्रकार सभा में फाड़ दिया.
बिना कागज हाथ में लिए बोल कर दिखाएं
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम कांग्रेस के अध्यक्ष के सामने नहीं बैठ सकते हैं, आप नामदार हैं हम कामदार हैं. हम तो अच्छे कपड़े भी नहीं पहन सकते हैं आपके सामने कैसे बैठेंगे. कर्नाटक चुनाव प्रचार में आप कन्नड़, हिंदी या फिर माता जी की मात्र भाषा (इटली) में बिना कागज हाथ में लिए 15 मिनट तक अपनी सरकार की उपलब्धि बताएं तो काफी बड़ी बात होगी. लेकिन अपने भाषण में करीब 5 बार श्रीमान विश्वसरैया जी के नाम का उल्लेख जरूर करें.