कर्नाटक में विधानसभा चुनाव की तारीख अब नजदीक आ गई है. सभी पार्टियां चुनाव जीतने की भरपूर कोशिशें कर रही हैं. मंगलवार से कर्नाटक के इसी चुनावी रण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उतर गए हैं. प्रधानमंत्री मंगलवार को 3 रैलियां करेंगे. प्रधानमंत्री ने चामराजनगर में मंगलवार की अपनी पहली रैली को संबोधित किया.
चामराजनगर में प्रधानमंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत कन्नड़ भाषा में की. प्रधानमंत्री ने कहा कि दिल्ली में कर्नाटक की चुनाव की खबरें आती हैं कि बीजेपी की हवा चल रही है, आज मेरी पहली जनसभा है और ऐसा लग रहा है कि कर्नाटक में बीजेपी की आंधी चल रही है. PM ने कहा कि आज मजदूर दिवस है, मेहनत करने वालों लोगों ने ही इस देश को बनाया है.
कांग्रेस अध्यक्ष ने तोड़ी मर्यादा
PM ने कहा कि आज मजदूर दिवस है, मेहनत करने वालों लोगों ने ही इस देश को बनाया है. उन्होंने कहा कि 28 अप्रैल की तारीख देश के इतिहास में दर्ज हो गई है क्योंकि अब पूरे देश के सभी गांवों में बिजली पहुंच गई है. उन्होंने कहा कि जिन 18000 गांवों में बिजली नहीं थी, अब वहां पर बिजली पहुंच गई है. हमारे कांग्रेस के नए अध्यक्ष अतिउत्साह में कभी-कभी अपनी मर्यादा तोड़ देते हैं. अगर उनके मुंह से देश के मजदूरों के लिए अच्छे शब्द निकलते तो अच्छा होता. पीएम ने कहा कि अब हमारा लक्ष्य हर घर में बिजली पहुंचाना है.
The Congress President is 'Namdaar' so how does he know about the efforts of 'Kaamdaars' : PM Modi, Dial 9345014501 to listen LIVE #NammaModi pic.twitter.com/fDmjSA5gMC
— BJP (@BJP4India) May 1, 2018
राहुल को नहीं पता देश का इतिहास
मोदी ने कहा कि जो लोग हमें गाली देते हैं कि मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या कारण है कि आजादी के 70 साल बाद भी कई करोड़ घरों में बिजली नहीं है. पीएम बोले कि अभी 25 करोड़ परिवारों में से 4 करोड़ के पास बिजली नहीं है, हम उन्हें बिजली देंगे. मोदी ने कहा कि आजकल कांग्रेस के पास ऐसी लीडरशिप है जिन्हें देश का इतिहास नहीं पता है, जिन्हें वंदेमातरम का भी गौरव भी नहीं पता है. ना ही उन्हें किसी महापुरुष के बारे में पता है. कांग्रेस के नेता ने मनमोहन सिंह जी के आदेश का अनादर किया, उनके फैसले को भरी पत्रकार सभा में फाड़ दिया.
हमने पहुंचाई गांवों में बिजली
PM ने रैली में कहा कि कांग्रेस के अध्यक्ष मनमोहन सिंह की बात नहीं मानते हैं, लेकिन कम से कम अपनी माता की बात तो मान लो. आपकी माता जी ने 2005 में कहा था कि 2009 तक हर घर में बिजली पहुंचाएंगे. लेकिन 2014 तक आपने कुछ नहीं किया. लेकिन आज कांग्रेस के नेता देश के मजदूरों का मज़ाक उड़ाते हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि कर्नाटक में 2014 में 39 गांव ऐसे थे जहां पर बिजली नहीं पहुंचे थे, उन सभी गांव में आज केंद्र सरकार की योजना के तहत बिजली पहुंच गई. लेकिन कांग्रेस को जवाब देना चाहिए कि इससे पहले 10 साल में सिर्फ दो गांव में ही बिजली पहुंची थी.
कांग्रेस अध्यक्ष 15 मिनट बोल लें तो काफी बड़ी बात
PM बोले कि अगर कोई नेता संसद या बाहर कुछ कहता है तो लोकतंत्र में उन बातों को गंभीरता से लेना होता है. पीएम ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने मुझे चुनौती दी कि अगर मैं संसद में 15 मिनट बोलूंगा तो मोदी जी बैठ भी नहीं पाएंगे. वे 15 मिनट बोलेंगे ये भी एक बड़ी बात है और मैं बैठ नहीं पाऊंगा तो मुझे याद आता है कि क्या सीन है.
बिना कागज हाथ में लिए बोल कर दिखाएं
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम कांग्रेस के अध्यक्ष के सामने नहीं बैठ सकते हैं, आप नामदार हैं हम कामदार हैं. हम तो अच्छे कपड़े भी नहीं पहन सकते हैं आपके सामने कैसे बैठेंगे. कर्नाटक चुनाव प्रचार में आप कन्नड़, हिंदी या फिर माता जी की मातृ भाषा (इटली) में बिना कागज हाथ में लिए 15 मिनट तक अपनी सरकार की उपलब्धि बताएं तो काफी बड़ी बात होगी. लेकिन अपने भाषण में करीब 5 बार श्रीमान विश्वसरैया जी के नाम का उल्लेख जरूर करें.
PM Modi's challenge to Rahul Gandhi : speak for 15 minutes on Congress govt's achievements in Karnataka without reading from any piece of paper, in any language, Hindi, English or even your mother's mother tongue & mention ‘Vishweshwaraiah’ at least five times in the speech. pic.twitter.com/Lfx9znjt6V
— BJP (@BJP4India) May 1, 2018
बचने के लिए दो सीट से लड़ रहे सिद्धारमैया
मोदी ने कहा कि कर्नाटक में 2+1 का फॉर्मूला चल रहा है, ये कुछ नहीं कांग्रेस के फैमिली फॉर्मूला का कर्नाटक वर्जन है. ये कभी-कभी जागने वाले यहां के सीएम का राजनीतिक कदम है. सिद्धारमैया खुद दो सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं कि कहीं से बच जाएंगे, खुद जहां से पहले लड़े थे वहां बेटे को भेज दिया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि जहां पर भी कांग्रेस होती है वहां अपराध होता है, भ्रष्टाचार होता है और विकास रुक जाता है.
PM मोदी ने कहा कि कांग्रेस का काम अटकाना, लटकाना और भटकाना है. हमारा लक्ष्य है कि 2022 तक देश के सभी किसानों की आय दोगुनी करेंगे. सरकार लगातार इस ओर कदम बढ़ा रही है.
चामराजनगर जिले के सांथेमरहल्ली में आयोजित रैली में येदियुरप्पा ने कहा कि वह साफ करना चाहते हैं कि बीजेपी, जेडीएस के साथ कोई गठबंधन नहीं करेगी. हम पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएंगे. येदियुरप्पा बोले कि कांग्रेस 50 सीट भी नहीं जीत पाएगी, वहीं बीजेपी राज्य में 150 से अधिक सीटें जीतेगी.
Some people say that BJP will ally with JDS, I want to clarify that we will form the government on our own: BS Yedurappa, BJP at public rally in Mysuru #KarnatakaElections2018 pic.twitter.com/n7uuMGG9Vm
— ANI (@ANI) May 1, 2018
कृष्ण मठ का करेंगे दौरा
पीएम मोदी मंगलवार को चामराजनगर जिले के सांथेमरहल्ली और बेलगावी के उडुपी और चिक्कोडी में रैलियों को संबोधित करेंगे. उडुपी रैली से पहले मोदी कृष्ण मठ का दौरा करेंगे और मठाचार्य से मुलाकात करेंगे. बता दें कि 12 मई को कर्नाटक में विधानसभा चुनाव होने हैं. चुनाव से पहले प्रचार में बीजेपी, जेडीएस और कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है.
Looking forward to being in Karnataka today. I will be addressing three rallies across the state. @BJP4Karnataka https://t.co/6X8rE9jkkL
— Narendra Modi (@narendramodi) May 1, 2018
5 दिन में ताबड़तोड़ 15 रैलियां
चुनाव की तारीखें नज़दीक आते ही प्रचार का भार पीएम मोदी के कंधों पर है. कर्नाटक में पीएम मोदी 5 दिन में ताबड़तोड़ 15 बड़ी रैलियां करेंगे. पहले चरण की रैलियों में पीएम मोदी करीब 48 विधानसभा क्षेत्रों को कवर करेंगे. बीजेपी की कर्नाटक ईकाई को भी लगता है कि पीएम की रैलियां बीजेपी को मजबूत करेंगी.
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह कर्नाटक में डेरा डाले हुए हैं, वो मंदिर-मंदिर, मठ-मठ टहल रहे हैं, रैलियां कर रहे हैं और लोगों के बीच जा रहे हैं. अमित शाह लिंगायत समुदाय को रिझाने की कोशिश कर रहे हैं. हर वो मुद्दा जिस पर कर्नाटक की जनता का दिल जीता जा सकता है, सभी पार्टियां उस पर खुलकर खेल रही हैं. गौरतलब है कि कर्नाटक की 224 विधानसभाओं के लिए 12 मई को चुनाव होने हैं. परिणाम 15 मई को घोषित किए जाएंगे.
मैदान में 2655 उम्मीदवार
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए कुल 2655 उम्मीदवार मैदान में हैं. जिनमें 2436 पुरुष और 219 महिला उम्मीदवार हैं. चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों में 224 बीजेपी से, 222 कांग्रेस और 201 जेडीएस से हैं. अन्य में बसपा से 18, भाकपा से दो, माकपा से 19, राकांपा से 14, पंजीकृत गैर मान्यताप्राप्त पार्टियों से 800 और 1155 निर्दलीय उम्मीदवार हैं.