कर्नाटक चुनाव प्रचार के आखिरी दिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमलावर हैं. पहले बंगलुरु में प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए उन्होंने PM पर हमला बोला और उसके बाद ट्वीट कर निशाना साधा. राहुल ने लिखा कि प्रधानमंत्री ने पिछले चार साल में एक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की है, लेकिन मैं करता रहूंगा.
राहुल ने ट्वीट किया कि आज बेंगलुरु में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने में काफी खुशी हुई. जिन लोगों के सवाल नहीं ले पाए उनसे माफी चाहता हूं. लेकिन, हमारे प्रधानमंत्री ने पिछले चार साल में एक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की है, लेकिन मैं करता रहूंगा.
Enjoyed meeting the regional & national press today in Bengaluru. We had a packed house! I’m sorry not everyone got a chance to ask a question due to the paucity of time.
But, unlike our PM who hasn’t had a press conference in 4 yrs., I will be doing many more of these! pic.twitter.com/tzNVHVLXdu
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 10, 2018
आपको बता दें कि गुरुवार सुबह राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. राहुल गांधी ने इस दौरान भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला. उनकी मां सोनिया गांधी पर लगातार इटैलियन होने को लेकर किए जा रहे हमले पर राहुल गांधी ने पलटवार किया.
राहुल गांधी ने कहा, '' मेरी मां इटली से हैं, लेकिन उन्होंने अपनी जिंदगी का काफी हिस्सा भारत में बिताया है. वो कई भारतीयों से ज्यादा भारतीय हैं. राहुल गांधी ने कहा, ''मेरी मां ने इस देश के लिए बलिदान दिया है''. इस देश के लिए उन्होंने काफी कुछ सहा है. राहुल बोले, ''अगर प्रधानमंत्री मेरी मां के बारे में कुछ कमेंट करते हैं, तो वह उनका स्तर बताता है.''
राहुल गांधी के प्रेस कॉन्फ्रेंस की बड़ी बातें...
1. जब रोहित वेमुला को मारा गया, ऊना में दलितों को पीटा गया तो मोदी जी ने एक शब्द भी नहीं कहा
2. हम तो दलितों के मुद्दे उठायेंगे वो हमारा काम है, हमारा ये सवाल है कि प्रधानमंत्री दलितों के मुद्दे क्यों नहीं उठाते हैं?
3. मोदी जी लोगों को गुमराह करना चाहते हैं. ये कर्नाटक का चुनाव है, नरेन्द्र मोदी जी या राहुल गांधी का नहीं है.
4. रफेल की डील बीजेपी नेताओं और उनके मित्रों के लिए बेहतर डील थी.
5. PM कर्नाटक के लोगों के मुद्दों पर बात नहीं करते, बल्कि लोगों को भटका रहे हैं. वे बुलेट ट्रेन, सी-प्लेन की बात करते हैं. जबकि आम लोगों की समस्याएं शिक्षा, रोजगार, महिलाओं की सुरक्षा, खेती के लिए पानी आदि तमाम मुद्दों पर पीएम मोदी चुप रहते हैं.