कर्नाटक चुनाव नतीजों से कांग्रेस का यह दावा कमजोर हुआ है कि 2019 के चुनाव में पीएम मोदी के खिलाफ राहुल सबसे कद्दावर नेता हो सकते हैं. कर्नाटक के चुनाव में राहुल ने खुद को मोदी के बराबर दिखाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी थी. नतीजे आते ही पार्टी ने कोई मौका नहीं गंवाया और राजनीति के खेल में बीजेपी को मात देने के लिए दूसरे पायदान पर रहने को भी तैयार हो गई.