केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को इंडिया टुडे राउंडटेबल 'कर्नाटक पंचायत' में बीजेपी से बीएस येदियुरप्पा को साइड लाइन करने के सवाल पर खुलकर जवाब दिया. उन्होंने कहा कि येदियुरप्पा आज भी हमारे नेता हैं. वह सेंट्रल पार्लियामेंट्री बोर्ड की सदस्य हैं. उन्होंने कहा कि खुद उम्र होने के कारण दूसरे को मौका दिया है. वह आज मुझसे भी ज्यादा ऊर्जा के साथ कर्नाटक में बीजेपी की सरकार बनाने का काम कर रहे हैं. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोला कि कांग्रेस में रिटायरमेंट का कॉन्सेप्ट नहीं है. कांग्रेस के लिए राजनीति में सक्रियता का मतलब चुनाव लड़ना और सत्ता हासिल करना है.
उनसे जब पूछा गया कि क्या येदियुरप्पा को मार्गदर्शन मंडली में डाल दिया गया है? इस पर उन्होंने कहा कि सत्ता से बाहर रहकर राजनीति में सक्रिय रहने को मैं सही मानता हूं और दूसरी पार्टियों को भी इसे मानना चाहिए. उन्होंने कहा कि क्या राजनीति में सिर्फ सत्ता के लिए काम करना है? पार्टी की विचारधारा कोई चीज नहीं होती है? पार्टी का संगठन कोई चीज नहीं होता है? किस तरह की राजनीति हम देश में बनाना चाहते हैं. क्या अपने लिए ही काम करना है? हमारी पार्टी की यह राजनीति नहीं है.
Karnataka Roundtable: कर्नाटक में मुस्लिमों को आरक्षण असंवैधानिक था, हमने उसे खत्म किया- अमित शाह
अमित शाह ने आगे कहा कि आज राजनीति में सक्रियता का मतलब सिर्फ चुनाव लड़ना, ऐसा बीजेपी में नहीं है. उन्होंने कहा कि देशभर में बूथ लेवल से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक ऐसे बहुत से कार्यकर्ता हैं, जो कभी चुनाव नहीं लड़े हैं लेकिन वे देश के विकास के लिए, बीजेपी को जिताने के लिए उतना ही काम करते हैं, जितना पीएम नरेंद्र मोदी करते हैं. बीजेपी नेता ने कहा कि हमारी पार्टी में ढेर सारे कार्यकर्ता हैं, जो हंसते-हंसते देश के लिए, पार्टी के लिए वर्षों तक काम करते हैं, जबकि उनको कुछ नहीं मिलता है. इन्हीं तपस्वी कार्यकर्ताओं के कारण ही बीजेपी 2 सीट से लेकर 304 सीट तक पहुंची है.
अमित शाह ने कर्नाटक पंचायत में जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के पुलवामा से जुड़े आरोपों का भी जवाब दिया. उन्होंने कहा कि उन्हें ये सारी बातें हमारा साथ छोड़ने के बाद ही क्यों याद आ रही हैं? उनकी अंतरात्मा उस वक्त क्यों नहीं जागी, जब वे सत्ता में थे. उन्होंने कहा कि सत्यपाल मलिक की बात सही है तो वे गवर्नर रहते हुए चुप क्यों रहे? उन्होंने कहा- मैं देश की जनता को इतना जरूर बताना चाहूंगा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने ऐसा कुछ नहीं किया है जिसे छिपाना पड़े. वह बोले कि कोई अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए हमसे अलग होकर कुछ कहता है तो इसका मूल्यांकन मीडिया को भी करना चाहिए, जनता को भी करना चाहिए.
गृह मंत्री ने कर्नाटक में चार फीसदी मुस्लिम आरक्षण लागू करने के कांग्रेस सरकार के कदम को असंवैधानिक बताया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने संविधान के खिलाफ जाकर मुस्लिम आरक्षण की व्यवस्था की थी. उन्होंने कहा कि हमने इसे समाप्त कर अन्य समुदायों के लिए आरक्षण बढ़ाने का कार्य किया. कर्नाटक की बीजेपी सरकार ने असंवैधानिक व्यवस्था को समाप्त करने का, संविधान को ऑर्डर में लाने और जिसका हक था उसे देने का काम किया है.