केरल विधानसभा चुनावों में अब कुछ ही दिन बचे हैं. जिसे लेकर लेफ्ट गठबंधन और कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन में टक्कर होनी है. केरल में 6 अप्रैल के दिन विधानसभा चुनावों के लिए वोटिंग होगी. जिसका परिणाम 2 मई के दिन आ जाएगा. इसे लेकर कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन (United Democratic Front or UDF) में सीट बंटवारे को लेकर सहमति बन गई है.
इस सीट बंटवारे तहत कांग्रेस 91 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. वहीं IUML (Indian Union Muslim League) 27 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. RSP (Revolutionary Socialist Party) 5 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. NCP(K) 2 सीटों पर, जनता दल 1 सीट पर, CMP 1 सीट पर, KC(J) 1 सीट पर, RMP भी 1 सीट पर चुनाव लड़ेगी.
बता दें कि केरल विधानसभा में कुल 140 सीटें हैं, जिनमें से UDF गठबंधन के समर्थन के साथ कांग्रेस 91 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है. जल्दी ही इन सभी सीटों के लिए कांग्रेस द्वारा अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की जा सकती है.
साल 2016 में हुए केरल विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को कुल 22 सीटें मिली थीं. इसी तरह अगर UDF गठबंधन की अन्य पार्टियों को देखें तो IUML को 18 सीटें मिलीं थीं. KC(M) को 6 सीटें मिलीं थीं. KC(J) को मात्र 1 सीट मिली थी. जबकि JDU और RSP को साल 2016 के चुनाव में कोई भी सीट नहीं मिली थी.
गौरतलब है कि देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों की घोषणा हो चुकी है. ये पांच राज्य हैं केरल, तमिलनाडु, असम, पुडुचेरी और बंगाल. कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार केरल दौरे पर आ रहे हैं. केरल में हर बार सरकार बदलने का ट्रेंड देखा गया है. एकबार कांग्रेस, एकबार लेफ्ट. इसी ट्रेंड की वजह से कांग्रेस नेता राहुल गांधी उम्मीद कर रहे हैं कि इस बार केरल में हाथ के पंजे की सरकार बन सकती है.