केरल में विधानसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी ज्वाइन करने का सिलसिला शुरू हो गया है. केरल के पूर्व डीजीपी जैकब थॉमस ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की उपस्थिति में बीजेपी का दामन थाम लिया है. जैकब थॉमस ने आजतक से बात करते हुए पहले ही इस बात की तस्दीक कर दी थी कि वो बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर विधानसभा चुनाव लड़ने वाले हैं. हालांकि चुनाव किस सीट से लड़ेंगे? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा था कि यह पार्टी तय करेगी.
पार्टी में शामिल होने के बाद थॉमस ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) और यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) केरल का विकास करने में पूरी तरह असफल रहे हैं. जैकब थॉमस, पुलिस अधिकारी रहते हुए दो बार सस्पेंड किए गए थे. दिसंबर 2017 में वो पहली बार सस्पेंड किए गए थे. उनपर ओखी चक्रवात आपदा के दौरान सरकार विरोधी बयानबाजी का आरोप लगा था.
इसके बाद अप्रैल 2018 में दूसरी बार उन्हें सस्पेंड किया गया था. इस बार उनका सस्पेंशन ऑटोबायोग्राफी- सरवुकालकोप्पम नीनथंबोल (स्वीमिंग विद शार्क्स) पब्लिश करने की वजह से हुई थी. क्योंकि उन्होंने सरकार की अनुमति के बगैर ही अपनी ऑटोबायोग्राफी पब्लिश करा दी थी. दिसंबर 2018 में सस्पेंशन को और छह महीने की लिए बढ़ा दिया गया था.
इसके बाद उन्होंने इस मामले को लेकर केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण को संपर्क किया था. जिसके बाद अक्टूबर 2019 में वो काम पर वापस लौट गए थे. प्रदेश सरकार ने उन्हें मेटल इंडस्ट्रीज लिमिटेड में चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर के तौर पर नियुक्त किया था. जैकब थॉमस 31 मई 2020 को सेवानिवृत हो गए. लेकिन प्रदेश सरकार ने उन्हैं सैलरी और अन्य सुविधा यह कहते हुए देने से मना कर दिया था कि कंपनी की आर्थिक हालत ठीक नहीं है.
उनके रिटायरमेंट के सात साल बाद सरकार ने उन्हें सभी सुविधा मिलाकर 40,88,000 रुपये देने के आदेश दिए थे. जैकब थॉमस ने केरल एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी से एग्रीकल्चर साइंस में ग्रेजुएशन किया है. इसके साथ ही उन्होंने मास्टर डिग्री भी हासिल किया है. उन्होंने 1985 में सर्विस ज्वाइन की थी.