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UP में ईसाई ननों के साथ हुई घटना, कहीं केरल में बिगाड़ न दे BJP का खेल?

केरल में विधानसभा चुनाव के बीच यूपी में ननों के विरुद्ध हुई कार्रवाई से राज्य की सियासत गर्मा गई है. ईसाई संगठनों ने इस मामले को लेकर प्रधानमंत्री कार्यलय से लेकर यूपी के सीएम तक से शिकायत तर्ज करा दी है तो केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने शख्त नाराजगी जाहिर की है. वहीं, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने चुनावी जनसभा के बीच दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है.

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झांसी रेलवे स्टेशन पर ननों को ट्रेन से उतारा गया
झांसी रेलवे स्टेशन पर ननों को ट्रेन से उतारा गया
स्टोरी हाइलाइट्स
  • यूपी के झांसी में ईसाई ननों को ट्रेन से उतारा गया
  • केरल में 19 फीसदी ईसाई वोटों पर बीजेपी की नजर
  • अमित शाह ने रैली में दोषियों के खिलाफ कर्रवाई का दिया भरोसा

केरल की 2 ननों को उत्तर प्रदेश के झांसी रेलवे स्टेशन पर बीजेपी से जुड़े संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के लोगों ने जबरन धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगा कर ट्रेन से उतरवा दिया. केरल में विधानसभा चुनाव के बीच यूपी में ननों के विरुद्ध हुई कार्रवाई से राज्य की सियासत गर्मा गई है. ईसाई संगठनों ने इस मामले को लेकर प्रधानमंत्री कार्यलय से लेकर यूपी के सीएम तक से शिकायत की है, तो केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने शख्त नाराजगी जाहिर करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है.  

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वहीं, केरल विधानसभा के चुनाव प्रचार में उतरे बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष व केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपनी भरी जनसभा में ईसाई समुदाय को भरोसा दिलाया कि दोषियों को खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी. माना जा रहा है कि बीजेपी ने चुनाव में होने वाले सियासी नुकसान से बचने के लिए तुरंत कार्रवाई का भरोसा दिया है, क्योंकि केरल में पार्टी की नजर इस बार ईसाई समुदाय के वोटों पर है. 

दरअसल, 19 मार्च को दिल्ली के विकासपुरी में रहने वाली केरल की दो नन और दो लड़कियां लीबिया थॉमस, हेमलता, श्वेता और बी तरंग उत्कल एक्सप्रेस से ओडिशा के राउरकेला के लिए यात्रा कर रही थीं. ट्रेन ग्वालियर स्टेशन से थोड़ा आगे निकली तो उसी ट्रेन में यात्रा कर रहे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कुछ कार्यकर्ताओं की नजर ननों पर पड़ी, जो धार्मिक परिधान पहने हुई थीं. इस पर उन्होंने रेलवे पुलिस को धर्म परिवर्तन कराने के शक की सूचना दी, जिसके बाद उन्हें झांसी रेलवे स्टेशन पर पुलिस ने उतार लिया और थाने लाकर पूछताछ की. इसके बाद वे सभी चारों दोबारा तभी ट्रेन पर सवार हो सकीं, जब पुलिस ने उन्हें धर्म परिवर्तन न कराने की क्लीन चिट दी. 

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नन के साथ हुई घटना का मामला सामने आते ही केरल के कैथलिक बिशप काउंसिल ने प्रधानमंत्री कार्यालय और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से ईसाई नन व अन्य दो युवतियों को परेशान करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है. पीटीआई न्यूज एजेंसी के मुताबिक केरल के कैथलिक बिशप काउंसिल के प्रवक्ता जैकब ने कहा कि हमने राष्ट्रीय महिला आयोग, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग व अल्पसंख्यक आयोग को भी पत्र लिखा है. 

केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन ने इस पर गहरी आपत्ति जताते हुए गृहमंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखकर कड़ी कार्रवाई की मांग की. विजयन ने अपने पत्र में लिखा है कि ऐसी घटनाएं देश और उसकी धार्मिक सहिष्णुता की छवि दागदार करती हैं. केंद्र सरकार को ऐसी घटनाओं की कड़ी निंदा करनी चाहिए. मेरी दरख्वास्त है कि आप इस मामले में हस्तक्षेप करें और इसमें शामिल उन सभी लोगों और संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करें जो संविधान से मिली नागरिक स्वतंत्रता को छीनने की कोशिश कर रहे हैं.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक ट्वीट कर कहा कि ये घटना संघ परिवार द्वारा एक समुदाय को दूसरे के ख़िलाफ़ खड़ा करने के लिए चलाए जा रहे दुष्प्रचार और अल्पसंख्यकों को रौंद डालने की सोच का नतीजा है. ये हमारे लिए एक राष्ट्र के रूप में आत्मनिरीक्षण करने और ऐसी विभाजनकारी ताक़तों को हराने के लिए सुधारात्मक क़दम उठाने का समय है.

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केरल में विधानसभा की वोटिंग में महज 10 दिन बचे हुए हैं. बीजेपी ईसाई समुदाय के कुछ तबकों को अपनी ओर लाने की कोशिशें कर रही है. यही वजह है कि बीजेपी केरल में भी यूपी की तरह लव जिहाद कानून बनाने का वादा अपने घोषणा पत्र में किया है, केरल का ईसाई समुदाय काफी लंबे समय से इसकी मांग कर रहा था. इतना ही नहीं ईसाई समुदाय को साधने के लिए बीजेपी तमाम जतन कर रही है.

सूबे में 48 फीसदी मुस्लिम-ईसाई समुदाय को कांग्रेस का परंपरागत वोटर माना जाता है, लेकिन ईसाई समुदाय का बड़ा तबका कांग्रेस से नाराज भी है. ईसाई समुदाय को लगता है कि कांग्रेस में उनसे ज्यादा मुस्लिमों को अहमियत मिलती है. वहीं, केरल का हिंदू वोट लेफ्ट का परंपरागत वोटर है. ऐसे में बीजेपी ईसाई समुदाय को अपने साथ जोड़ने की रणनीति बनाई है और उन्हें साधे रखने के लिए हरसंभव कोशिश में जुटी है. 

ऐसे में एबीवीपी की शिकायत पर यूपी में केरल की ननों को ट्रेन से उतारने का मामला बीजेपी को सियासी नुकसान पहुंचा सकता है. हालांकि, केरल के चुनाव प्रचार करने उतरे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ईसाई समुदाय को भरोसा दिलाते हुए कहा है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और किसी के साथ नरमी नहीं बरती जाएगी. इसे बीजेपी के डैमेज कन्ट्रोल के तौर पर देखा जा रहा है. 

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