राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को 16वीं लोकसभा भंग करने की कैबिनेट की सिफारिश को मंजूरी दे दी. शुक्रवार को कैबिनेट ने 16वीं लोकसभा भंग करने की सिफारिश की थी और राष्ट्रपति से इसे तत्काल प्रभाव से भंग करने का आग्रह किया था.
राष्ट्रपति भवन की विज्ञप्ति के अनुसार, राष्ट्रपति ने कैबिनेट की इस सिफारिश को स्वीकार करते हुए संविधान के अनुच्छेद 85 के उपबंध 2 के सह प्रोविजन (बी) के तहत प्राप्त अधिकारों का प्रयोग करते हुए 16वीं लोकसभा भंग करने के आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए.
मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री सुनील कुमार अरोड़ा ने निर्वाचन आयुक्त श्री अशोक लवासा और श्री सुशील चंद्रा के साथ आज राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति कोविन्द से मुलाकात की। pic.twitter.com/hwxBjdyhh6
— President of India (@rashtrapatibhvn) May 25, 2019
16वीं लोकसभा का कार्यकाल 3 जून को खत्म हो रहा है. इसकी पहली बैठक 4 जून 2014 को बुलाई गई थी और तब सदस्यों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली थी. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को 16वीं लोकसभा भंग करने की सिफारिश की थी. इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्रिपरिषद ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सामूहिक इस्तीफा सौंप दिया था. राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री सहित मंत्रिपरिषद का इस्तीफा स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री से नई सरकार बनने तक पद पर बने रहने का आग्रह किया है.
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने अपने दोनों साथी चुनाव आयुक्तों अशोक लवासा और सुशील चंद्रा के साथ राष्ट्रपति को नवनिर्वाचित सांसदों की सूची सौंप दी है. चुनाव आयोग ने 'Due Constitution' राष्ट्रपति को सौंपा है. इसमें सभी 542 सांसदों की सूची है.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज शाम 7 बजे एनडीए को सरकार बनाने का न्योता दे सकता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाम 8 बजे राष्ट्रपति से मिलने पहुंचेंगे. यहां मोदी सरकार बनाने का दावा पेश करें, इसके बाद पीएम मोदी मीडिया से भी बात कर सकते हैं.