वाराणसी संसदीय सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जीत और भाजपा को मिले प्रचंड जनादेश के बाद अनूठी काशी में जश्न के अनोखे रंग नज़र आए. मंदिरों में अनुष्ठानों का दौर चला तो जश्न में लोकधुन, लोकसंगीत की धुन भी सुनाई दी. अब जबकि काशी के सांसद मोदी लगातार दूसरी बार ऐतिहासिक जीत दर्ज कर प्रधानमंत्री पद पर काबिज होने जा रहे हैं, बाबा विश्वनाथ की नगरी में शपथ ग्रहण समारोह को लेकर विशेष उत्साह है.
मोदी ने भी अपने संसदीय क्षेत्र की जनता की आकांक्षा का ध्यान रखा और उनके निर्देश पर समारोह में काशी वासियों के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं. समारोह में शिरकत करने के लिए काशी क्षेत्र के लगभग 300 लोग दिल्ली पहुंच चुके हैं. इनमें वाराणसी के सभी विधायक, मंत्री और अन्य जनप्रतिनिधियों के अलावा चुनाव में मोदी के प्रस्तावक, सुविख्यात गायक पद्मभूषण पंडित छन्नूलाल मिश्र, डॉक्टर मनु यादव, डॉक्टर चंद्रमौली उपाध्याय, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, काशी विद्यापीठ, संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय, तिब्बती संस्थान के कुलपति, नगर के कई विद्वानों को समारोह में आमंत्रित किया गया है.
भाजपा काशी क्षेत्र के अध्यक्ष महेशचंद्र श्रीवास्तव के अनुसार प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए काशी से लगभग 300 लोग दिल्ली पहुंचे हैं. खास बात यह है कि इनमें बूथ स्तर के कार्यकर्ता भी शामिल हैं. भाजपा पदाधिकारियों के अनुसार शपथ ग्रहण समारोह स्थल पर काशी वासियों के लिए अलग से स्थान निर्धारित किया गया है और पार्टी के वरिष्ठ नेता को दायित्व दिया गया है.
समारोह को लेकर काशी ही नहीं, पूरे पूर्वांचल में उत्साह है. लोगों में यह जानने की विशेष उत्सुकता है कि पूर्वांचल से इस बार कितने नेताओं को मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिल पाती है. मोदी के मंत्रिमंडल में चंदौली के सांसद और अब पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडेय, गाजीपुर के पूर्व सांसद मनोज सिन्हा, मिर्जापुर से अनुप्रिया पटेल, देवरिया से कलराज मिश्रा, चंदौली के निवासी और लखनऊ से सांसद राजनाथ सिंह रह चुके हैं. इनमें से कलराज मिश्रा ने चुनाव नहीं लड़ा, जबकि मनोज सिन्हा हार गए. हार के बावजूद सिन्हा को मंत्री बनाए जाने की चर्चा है.