आजतक की सुरक्षा सभा में पहुंचे रेलवे और कोयला मंत्री पीयूष गोयल ने कई सवालों पर अपनी बेवाक राय रखी. उन्होंने दावा किया यूपी में पार्टी पहले से बेहतर प्रदर्शन करेगी.
मोदी जी और जेटली जी ने कहा था कि बजट इस तरह से समझाना कि आम आदमी को समझ में आए. इसीलिए बजट को विस्तार से समझाया और यह लोगों को समझ में भी आया. ये बातें कहीं आजतक की सुरक्षा सभा में पहुंचे रेलवे और कोयला मंत्री पीयूष गोयल ने. उनसे सवाल किए टीवीटीएन की एग्जिक्यूटिव एडिटर अंजना ओम कश्यप ने.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि वह रेल चलाते हैं यानि वह रेल मंत्री हैं. प्रधानमंत्री मोदी जी और वित्त मंत्री उन्हें जो काम सौंपते हैं उसे वो ईमानदारी से करने का प्रयास करते हैं. वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी भी उन्हें कार्यवाहक के रूप में मिली थी और उन्होंने पीएम और वित्त मंत्री के सुझाए मार्ग पर चलते हुए बजट पेश किया. गोयल ने दावा किया कि बजट पब्लिक को पसंद आया क्योंकि उन्होंने लोगों को विस्तार से समझाने का प्रयास किया था.
पीयूष गोयल ने एयर स्ट्राइक के बाद के हालात पर विस्तार से बात की उन्होंने कहा कि कुछ लोग यहां पर एयर स्ट्राइक पर सवाल उठाते हैं और पाकिस्तान के चैनलों पर उनकी तस्वीरें दिखाई जाने लगती हैं. जो यहां पर बोला जाता है उससे पाकिस्तान को अपने पक्ष में बचाव करने का मौका मिल जाता है.
राहुल गांधी के इस बयान पर कि कांग्रेस ने मसूद अजहर को गिरफ्तार किया और बाजपेयी की सरकार ने उसे छोड़ दिया. इस पर पीयूष गोयल ने कहा कि उन 161 लोगों के परिवारों को बुलाइए जिनके लोग उस विमान में बंधक बनाए गए थे. राहुल गांधी के साथ गोष्ठी करिए और उनसे पूछिए कि सभी पार्टियों ने जो निर्णय लिया था वह सही था या नहीं.
उन्होंने कांग्रेस सरकार के समय के आंकड़ों के बारे में जानकारी देते हुए सवाल उठाए कि 2010 में 25 पाकिस्तानी आतंकियों को छोड़ा गुडविल गेस्चर में. इसमें शाहिद लतीफ भी था जो बाद में पठानकोट का हैंडलर बना. 5 जेकेएलएफ के आतंकियों को छोड़ा रुबईया को छुड़ाने के लिए. सैफुद्दीन सोज की लड़की को छुड़ाने के 3 आतंकियों को छोड़ा. हजरत बल श्राइन से सभी आतंकियों को छोड़ा गया था. उन्होंने कहा कि कांग्रेस यह सवाल कैसे उठा सकती है. विमान अपहरण के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री बाजपेयी ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी जिसमें सारे फैसले लिए गए थे. ये आतंकी तब छोड़े गए थे जब जम्मू कश्मीर और केंद्र दोनों जगहों पर कांग्रेस की सरकार थी.