एयर स्ट्राइक को लेकर देश में सियासत तेज हो गई है. सेना के शौर्य पर हो रही राजनीति पर केंद्रीय मंत्री जनरल (रिटा.) वीके सिंह ने कहा कि अगर सेना के शौर्य की बात हो रही है तो अच्छा है. कितने लोग है जिन्हें 1971, करगिल युद्ध के बारे में पता है. हमें हमारे शौर्य के इतिहास को याद रखना चाहिए. हालांकि उन्होंने कहा कि जिस प्रकार 1971 के बाद चुनाव में फायदा हुआ है तो बेशक इस बार भी होगा. वीके सिंह ने यह बात आजतक के विशेष कार्यक्रम 'सुरक्षा सभा' के मंच से कही.
उन्होंने कहा कि सेना के शौर्य को लेकर सियासत हो रही है तो शुक्र है. अगर इस बात को लेकर लोग महसूस कर रहे हैं तो अच्छी बात है. शहादत को लोग याद रख रहे हैं. वीके सिंह ने कहा कि 1971 में 13 दिन की लड़ाई में जो विश्व रिकॉर्ड कायम किया. एक नया देश बना दिया.
एयर स्ट्राइक के चुनावी लाभ के मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने पूछा कि 1971 के युद्ध के बाद तब की सरकार को फायदा मिला था कि नहीं मिला था. इसी तरह हर अच्छे काम का लाभ मिलता है. पाकिस्तान को लेकर भारत की विदेश नीति को लेकर वीके सिंह ने कहा कि हमारी नीति थी कि आतंकवाद के साथ-साथ बातचीत नहीं चल सकती आज भी हमारी नीति वही है.
वीके सिंह ने कहा कि हर अच्छे काम का फायदा होता है. इशारे-इशारे में उन्होंने कहा कि संकेत दे दिए हैं कि पाकिस्तान पर किए गए एयर स्ट्राइक से बीजेपी को चुनावी फायदा मिलेगा. आंतकवाद से लड़ने की रणनीति पर उन्होंने कहा कि भारत ने आतंकियों के खिलाफ लड़ने के लिए पहली बार एक निर्णायक फैसला लिया.
केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने बालाकोट हमले में इस्तेमाल किए गए स्पाइस 2000 बम की विशेषता बताते हुए कहा कि इस बम की खासियत है कि यह बिल्डिंग की छत से अंदर जाकर टारगेट को हिट करता है. इसके बाद तकनीक के आधार पर कहा गया कि वहां 250 फोन एक्टिव थे. किसी भी ऑपरेशन के अंदर कोई स्पष्ट आंकड़ा नहीं दिया जा सकता. इंटेलिजेंस फेल्योर के मुद्दे पर सिंह ने कहा कि यह लड़ाई 24 घंटे 365 दिन चलने वाली है. लेकिन आतंकी को सिर्फ एक बार कामयाब होना होता है. इसलिए किसके बदले कितने मारे गए ऐसी बात नहीं करनी चाहिए.