आजतक ने पुलवामा आतंकी हमला और भारत की एयर स्ट्राइक के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर एक 'सुरक्षा सभा' का आयोजन किया, जिसमें सरकार और विपक्ष के दिग्गज नेताओं ने शिरकत की. कार्यक्रम के सत्र 'शौर्य पर सियासत' में केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने चर्चा में हिस्सा लिया. इस दौरान दोनों नेताओं ने अपनी-अपनी पार्टियों का पक्ष रखा और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े कई मुद्दों पर अपनी बात रखी.
चुनाव की वजह से ही क्या सेना के शौर्य पर सियायत की जा रही है. इस सवाल के जवाब में कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने कहा कि बालाकोट में आतंकियों की मौत के आंकड़े किसी ने पूछे नहीं थे, बल्कि बीजेपी के अध्यक्ष ने चुनावी रैली में ही बताया कि 250-300 आतंकी मारे गए हैं. वायु सेना ने आतंकियों के मारे जाने पर आजतक कोई आंकड़े जारी नहीं किए हैं. राष्ट्रीय सुरक्षा का राजनीतिकरण विपक्ष ने नहीं बल्कि सरकार और सत्ताधारी दल ने ही किया है. तिवारी ने कहा कि लोकतंत्र में राष्ट्रीय सुरक्षा एक राजनीतिक सवाल है लेकिन इस पर सियासत नहीं होनी चाहिए.
NDA सरकार में हुए बड़े आतंकी हमले
मुंबई हमले के बाद सेना को जवाबी कार्रवाई की इजाजत देने पर मनीष तिवारी ने कहा कि कांग्रेस की सरकार मसूद अजहर को कंधार छोड़कर नहीं आई थी. यह काम एनडीए और बीजेपी की सरकार ने ही किया था. उन्होंने कहा कि 1984 में जब पंजाब में आतंकवाद चरम पर था, तब भी एक हाईजैक हुआ था, तब हमारी सरकार ने सभी यात्रियों को सुरक्षित स्वेदश लाने का काम किया था और किसी आतंकी को छोड़ा नहीं गया था. देश में दो बार लोकतंत्र के मंदिर पर हमला हुआ, एक संसद भवन पर दूसरी बार जम्मू कश्मीर की विधानसभा पर, दोनों बार ही बीजेपी की ही सरकार थी.
खत्म नहीं होगा आतंकवाद
मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए मनीष तिवारी ने कहा कि नोटबंदी से आतंकवाद को खत्म करने की बात कही गई थी लेकिन इसके बाद सरकार ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक से आंतकवाद खत्म होगा, अब कह रहे हैं कि बालाकोट स्ट्राइक से आतंकवाद खत्म हो जाएगा. तिवारी ने कहा कि आतंक को जवाब देना जरूरी है और देना भी चाहिए लेकिन आप अगर यह मानते हैं कि एयर स्ट्राइक से आतंकवाद खत्म हो जाएगा तो आप गलत हैं, क्योंकि आतंकवाद खत्म होने वाला नहीं है. इसकी वजह बताते हुए मनीष तिवारी ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद का इस्तेमाल स्टेट पॉलिसी के तहत करता है. आतंकवाद की बहस को संकीर्ण बनाने का काम बीजेपी कर रही है.
जारी रहेगा आतंक पर एक्शन
राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि देश की सुरक्षा सर्वोपरि है और उसका चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है. चुनाव हो या नहीं हो, किसी भी परिस्थिति में सुरक्षा के समझौता नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि जवानों के पराक्रम को पूरा देश सलाम कर रहा है. जावड़ेकर ने कहा कि देश की सुरक्षा को मजबूत करना अगर सरकार का एजेंडा है तो इसमें किसी प्रकार की राजनीति नहीं है.
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि आतंकवाद को पाकिस्तान पाल रहा है और इसी वजह से हमने इस बार सीमा पर नहीं बल्कि पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों की फैक्ट्री को निशाना बनाने का काम किया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की आदत बदलने वाली नहीं है और इसलिए आतंकवाद पर कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी.
राष्ट्रीय सुरक्षा पर सवाल खड़े कर रहे हैं PM
सत्तापक्ष पर पलटवार करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा को समझने की जरूरत है. देश मजबूत तब होगा जब नौजवानों के हाथों में काम हो, आतंक और भय का माहौल न हो, देश सशक्तिकरण की दिशा में आगे बढ़े, इन सभी को मिलाकर राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा बनता है.
तिवारी ने कहा कि पुलवामा हमले के बाद सरकार की एयर स्ट्राइक से हमें कोई आपत्ति नहीं हैं, हमें इसके राजनीतिकरण से आपत्ति है. कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री अपनी चुनावी रैलियों में शहीदों की फोटो का इस्तेमाल कर रहे हैं. पीएम मंच पर जब कहते हैं कि राफेल होता तो नतीजा कुछ और होता, इससे जाहिर है कि वह खुद राष्ट्रीय सुरक्षा पर सवाल उठा रहे हैं.