उत्तर प्रदेश की रामपुर लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी मोहम्मद आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम खान ने अपने बयान पर सफाई दी है. एफआईआर दर्ज होने के बाद अब्दुल्ला आजम ने बताया है कि उन्होंने अपने भाषण में अनारकली का नाम क्यों लिया है. अब्दुल्ला ने कहा है कि उन्होंने अपने भाषण में बीजेपी प्रत्याशी का नाम नहीं लिया है और उनका यह बयान सौहार्द के लिए दिया गया है.
रामपुर की स्वार-टांडा विधानसभा सीट से सपा के विधायक अब्दुल्ला आजम खान ने 21 अप्रैल को अपने पिता के लिए प्रचार करते हुए एक सभा में कहा था कि हमें अली और बजरंग बलि दोनों की जरूरत है, लेकिन अनारकली नहीं चाहिए. अब्दुल्ला के इस बयान को रामपुर से बीजेपी प्रत्याशी जया प्रदा पर टिप्पणी के रूप में देखा गया. जिसके चलते उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हो गई.
एफआईआर पर अब्दुल्ला आजम खान ने लिखित में जवाब दिया है. इसमें उन्होंने बताया है कि अनारकली का नाम क्यों लिया. अब्दुल्ला ने कहा, 'मैं और मेरे पिता हमेशा यह कहते आए हैं कि हमारा मुगलों से कोई वास्ता नहीं है. मेरा अनारकली कहना मुगलों से ही संबंधित था, क्योंकि अनारकली का किरदार मुगलों के इतिहास में दर्ज है. अनारकली का नाम लेना मुगलों की आलोचना करना था'.
इससे आगे उन्होंने जया प्रदा के नाम पर भी सफाई दी. उन्होंने कहा, 'मेरे खिलाफ केस दर्ज किया गया है, जबकि मैंने भाजपा प्रत्याशी का नाम नहीं लिया है या मेरे बयान का इशारा उनकी तरफ नहीं था'.
अब्दुल्ला ने अपने जवाब में साफ बताया कि मेरे बयान का मकसद प्यार, मोहब्बत और सांप्रदायिक सौहार्द बनाना है और मुगलों को भूलकर नए हिंदुस्तान की बात करना है.