समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इन आरोपों को खारिज किया है कि वे कांग्रेस को लेकर सॉफ्ट हैं. आजतक के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में अखिलेश यादव और डिंपल यादव ने लोकसभा चुनाव को लेकर कई मुद्दों पर बात की. इस दौरान आजतक की पांच एंकरों ने अखिलेश से ताबड़तोड़ सवाल किए.
अखिलेश यादव से जब पूछा गया कि क्या वे कांग्रेस को लेकर सॉफ्ट हैं तो उन्होंने इस आरोप को सिरे गलत बताया. अखिलेश ने कहा, "सपा-बसपा गठबंधन में कांग्रेस को दो सीटें दी गई हैं. आदरणीय मायावती जी और हम लोगों ने मिलकर ये फैसला लिया था कि हम उनको गठबंधन में शामिल करेंगे और अमेठी और रायबरेली की सीटें उनके लिए छोड़ेंगे. ये हम दोनों का संयुक्त फैसला था. हमने माना कि ये परंपरागत रूप से कांग्रेस की सीटें हैं. हालांकि बीजेपी और कांग्रेस में कोई अंतर नहीं है."
अखिलेश ने कहा कि कांग्रेस की नीतियों की वजह से ही देश की ये हालत है. जिस समय हमारी बातचीत हुई और सीटें तय की गईं उस समय हमने ये दो सीटें छोड़ने का फैसला किया था लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि वह कांग्रेस के प्रति सॉफ्ट हैं. अखिलेश ने कहा कि कांग्रेस चाहती थी कि समाजवादी पार्टी बिना बीएसपी के साथ हमारे साथ गठबंधन करे, लेकिन हमें ये मंजूर नहीं था.
अखिलेश ने कहा कि तीन राज्यों में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद कांग्रेस तो किसी से बात करने के लिए तैयार ही नहीं थी. इसके बाद एसपी और बीएसपी का गठबंधन हुआ. मायावती के साथ गठबंधन पर अखिलेश ने कहा कि 23 मई के बाद भी ये सियासी दोस्ती जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि जनता अब समझ चुकी है कि आने वाला वक्त इस गठबंधन का है.
आजतक की चुनावी बस पर सवार अखिलेश यादव ने कहा कि लखनऊ में उनका काम बोलता है. उन्होंने कहा कि जो रिवरफ्रंट उन्होंने बनाया है ऐसा रिवरफ्रंट दुनिया में कहीं कहीं ही दिखता है. अखिलेश ने कहा कि इस रिवरफ्रंट में 900 मीटर पर काम बाकी है, ऐसा होने के बाद किसी शहर के अंदर साफ बहने वाली गोमती नदी दुनिया की चुनिंदा नदियों में से होगी.
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