लोकसभा 2019 का चुनावी रण कौन जीतेगा, इसका फैसला 23 मई को हो जाएगा. लेकिन इस बीच समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव ने आजतक से एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कई मु्द्दों पर राय दी. उनके साथ पत्नी डिंपल यादव भी थीं. इलेक्शन एक्सप्रेस की बस में 5 एंकर्स से बातचीत में अखिलेश यादव ने अपने परिवार की कलह पर भी बात की. अखिलेश ने कहा कि यादव परिवार में जो भी हुआ वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण था. लेकिन हम बड़ा लक्ष्य लेकर चल रहे हैं. जो हम 5 साल में कर सकते थे, वह हमने किया. परिवार की लड़ाई में मेरी सरकार की उपलब्धियां दब गई थीं.
दरअसल अखिलेश से पूछा गया था कि 2017 में समाजवादी पार्टी को हार झेलनी पड़ी और उसी दौरान यादव परिवार में फूट भी दिखी थी और उनके चाचा शिवपाल यादव ने नई पार्टी भी बनाई. तब से लेकर अब तक अखिलेश यादव में कितना फर्क आया है. इस पर उन्होंने कहा, सकारात्मकता लोग ज्यादा सुनना नहीं चाहते. जब वायुसेना ने दूसरी बार आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर विमान उतारा तो किसी चैनल ने यह बात नहीं की कि उसे मैंने बनवाया.
डिंपल क्या बोलीं
इसके बाद सवाल का जवाब देने की बारी डिंपल यादव की थी. उनसे पूछा गया कि वह वक्त कितना मुश्किल था, जब एक तरफ उनके पति थे और दूसरी ओर ससुर? डिंपल ने कहा कि वह हमारे लिए बहुत मुश्किल वक्त था और हमने कभी नहीं सोचा था कि ऐसा कुछ होगा. लेकिन हमें उससे काफी कुछ सीखा. वहीं एक रैली में डिंपल यादव द्वारा बसपा चीफ मायावती के पैर छुए जाने के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि मायावती ने उन्हें अपनी बहू कहा और उन्होंने उस पर आशीर्वाद दिया. अखिलेश यादव ने इंटरव्यू के दौरान भाजपा पर जमकर तंज कसे. उन्होंने कहा कि बीजेपी धर्म और जाति की राजनीति करती है. उन्होंने विधानसभा चुनाव में कब्रिस्तान और श्मशान वाले बयान दिए, जिससे असली मुद्दे छिप गए.
कांग्रेस-बीजेपी एक जैसी: अखिलेश
सुपर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस एक जैसे हैं. उन्होंने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को कन्फ्यूज बताया. साथ ही कहा कि राहुल गांधी विरोधाभासी बयान दे रहे हैं. प्रियंका गांधी ने हाल ही में कहा था कि उन्होंने ऐसे उम्मीदवार उतारे हैं, जिनमें या तो जीतने की कुव्वत है या बीजेपी के वोट काटने की क्षमता. वहीं राहुल गांधी ने भी यही कहा था कि वह सिर्फ यूपी में बीजेपी को हराना चाहते हैं और जिस सीट पर उनके पास ताकतवर उम्मीदवार नहीं हैं, वहां सपा और बसपा उनकी मदद कर रहे हैं.