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इलाहाबाद लोकसभा सीट: संगम के तट पर क्या फिर खिलेगा कमल?

इलाहाबाद लोकसभा सीट ऐसी हैजहां से पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री, वीपी सिंह, मुरली मनोहर जोशी, जनेश्वर मिश्रा जैसे राजनीतिक दिग्गजों के साथ-साथ अमिताभ बच्चन सांसद रह चुके हैं. ऐसे में इस सीट पर देश भर की निगाहें हैं. मौजूदा समय में बीजेपी का कब्जा है. 

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प्रतीकात्मक फोटो
प्रतीकात्मक फोटो

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उत्तर प्रदेश की हाई प्रोफाइल लोकसभा सीटों में इलाहाबाद सीट का नाम भी आता है. लाल बहादुर शास्त्री, वीपी सिंह, मुरली मनोहर जोशी, जनेश्वर मिश्रा जैसे राजनीतिक दिग्गजों के साथ-साथ अमिताभ बच्चन यहां से सांसद रह चुके हैं. ऐसे में इस सीट पर देश भर की निगाहें हैं. मौजूदा समय में यहां बीजेपी का कब्जा है, लेकिन सांसद पार्टी का दामन छोड़कर सपा में शामिल हो चुके हैं. ऐसे में बीजेपी के लिए इस सीट पर अपने वर्चस्व को बरकरार रखने की बड़ी चुनौती है.

राजनीतिक पृष्ठभूमि

इलाहाबाद लोकसभा सीट पर अभी तक 16 बार लोकसभा चुनाव और 3 बार उपचुनाव हुए हैं. 1952 से लेकर 1971 तक कांग्रेस का कब्जा रहा है. 1952 में पहली बार हुए लोकसभा चुनाव में  स्वतंत्रता सेनानी श्रीप्रकाश कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े और सांसद चुने गए. इसके बाद लाल बहादुर शास्त्री 1957 में इस सीट से चुनावी मैदान में उतरे और लगातार दो बार जीत हासिल की. इसके बाद 1967 में हरिकृष्णा शास्त्री और 1971 में हेमवती नंदन बहुगुणा सांसद चुने गए.

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कांग्रेस के इस विजयरथ को जनेश्वर मिश्रा ने रोका. 1973 में भारतीय क्रांति दल से जनेश्वर मिश्रा उतरे और सांसद बने. इसके बाद 1984 में अमिताभ बच्चन कांग्रेस के टिकट पर यहां से सांसद बने. 1988 के उपचुनाव में वीपी सिंह ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की. इलाहाबाद सीट पर बीजेपी का पहली बार खाता 1996 में खुला.

बीजेपी के मुरली मनोहर जोशी 1996 से 1999 तक लगातार तीन बार जीत हासिल की. 2004 और 2009 में समाजवादी पार्टी के रेवती रमण सिंह जीते.  2014 में यह सीट बीजेपी एक बार जीतने में कामयाब रही. बीजेपी के श्याम चरण गुप्ता ने सपा के रेवती रमण सिंह को शिकस्त दी थी. लेकिन इस बार के चुनाव में श्यामा चरण गुप्ता बीजेपी का दामन छोड़कर सपा में शामिल हो गए हैं.

सामाजिक ताना-बाना

2011 की जनगणना के अनुसार इलाहाबाद जिले की आबादी 59,54,390 है. लिंगानुपात 1000 पुरुषों पर 901 है और साक्षरता दर 72.3% है.  इलाहाबाद संसदीय क्षेत्र में कुल पांच विधानसभा सीटें हैं. इनमें मेजा, करछना, इलाहाबाद दक्षिण, बारा और कोरांव हैं. बारा और कोरांव विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित है. मौजूदा समय में इन पांच सीटों में से चार सीटों पर बीजेपी का कब्जा है और महज करछना सीट सपा के पास है.

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2014 का जनादेश

इलाबाद लोकसभा सीट पर 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के श्यामा चरण गुप्ता सपा के रेवती रमण सिंह को 62 हजार 9 मतों से मात देकर सांसद चुने गए.

बीजेपी के श्यामा चरण गुप्ता को 3,13,772 वोट मिले

सपा के रेवती रमण सिंह को 2,51,763 वोट मिले

बसपा की केशरी देवी पटेल को 1,62,073 वोट मिले

कांग्रेस के नंदगोपाल नंदी को 1,02,453 वोट मिले        

रिपोर्ट कार्ड

कानपुर विश्वविद्यालय से स्नातक और इलाहाबाद विश्वविद्यालय से लॉ ग्रेजुएट श्यामा चरण गुप्ता संसद हैं. वह लोकसभा सदन में 92 फीसदी उपस्थित रहे. इस दौरान उन्होंने 65 सवाल सदन में उठाए.

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