राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने बेटे को राजनीति में लॉन्च करने की तैयारी में दिख रहे हैं. अपने 5 दिनों के पश्चिमी राजस्थान की यात्रा में अशोक गहलोत दबी जुबान से ही सही, बार-बार बेटे वैभव गहलोत के इस बार चुनावी समर में कूदने की ओर इशारा कर रहे हैं.
जालौर-सिरोही के अपने दौरे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि 'पिछले 10 साल से वैभव गहलोत को जालौर-सिरोही लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ाने की सोच रहा हूं लेकिन यह संभव नहीं हो पा रहा है. इस बार हो सकता है कि वैभव गहलोत लोकसभा चुनाव लड़ने की सोचे. यह कांग्रेस आलाकमान पर निर्भर करता है कि किसको टिकट दे, किसको नहीं लेकिन आप सभी लोग जिसे टिकट मिले उसे वैभव गहलोत मानकर वोट दें.'
इससे 2 दिन पहले जब अशोक गहलोत अपने गृह नगर जोधपुर में थे तो वहां कई लोगों ने उनके बेटे को जोधपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ाने की मांग की थी. इस पर अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस आलाकमान की इच्छा होगी और वैभव को टिकट मिलेगा तो वे चुनाव लड़ेंगे लेकिन जिसे भी टिकट मिले आप लोग उसे जरूर जिताएं.
सोमवार को दिल्ली में राजस्थान लोकसभा चुनाव के टिकटों को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट और राजस्थान के प्रभारी अविनाश पांडे के बीच चर्चा हो सकती है. माना जा रहा है कि सभी 25 लोकसभा सीटों के लिए एक-एक नाम तय कर लिए जाएंगे. सारे नाम राहुल गांधी के सामने रखे जाएंगे और वहां से हरी झंडी मिलते ही सभी सीटों के लिए नाम का एलान कर दिया जाएगा. मगर पिछले 5 दिनों से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जिस तरह से बार-बार अपने बेटे वैभव गहलोत को लोकसभा चुनाव लड़ने की अटकलों को हवा दे रहे हैं, उससे साफ है कि इस बार वैभव गहलोत चुनाव लड़ सकते हैं.