समाजवादी पार्टी के दिग्गज और रामपुर से उम्मीदवार आजम खान के बयान पर विवाद बढ़ता जा रहा है. बीजेपी नेता जया प्रदा को लेकर उनके द्वारा की गई अमर्यादित टिप्पणी पर अब केस दर्ज हो गया है. आजम के बयान पर संज्ञान लेते हुए क्षेत्रीय मजिस्ट्रेट ने उनके खिलाफ तहरीर दे मुकदमा दर्ज कराया. आजम खान के बयान की चारो तरफ भर्त्सना हो रही है. इस बीच चुनाव आयोग ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बसपा अध्यक्ष मायावती के चुनाव प्रचार पर सीमिट वक्त तक बैन लगा दिया है. इसके बाद अब सवाल उठने लगे हैं कि क्या आजम खान के खिलाफ भी चुनाव आयोग कोई बड़ा फैसला लेता है या नहीं.
आजम खान ने सारी हदों को लांगते हुए जया प्रदा के खिलाफ बयान दिया, जो उनकी मुश्किलें बढ़ा रहा है. राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी आजम खान को नोटिस भेजा है. राष्ट्रीय महिला आयोग चुनाव आयोग को भी चिट्ठी लिख उनपर कार्रवाई की अपील करेगा. महिला आयोग की प्रमुख रेखा शर्मा ने अखिलेश यादव की चुप्पी पर भी सवाल खड़े किए हैं.
सुषमा स्वराज ने भी लताड़ा
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी जया प्रदा के बचाव में उतर आई हैं. सुषमा ने सोमवार सुबह ट्वीट कर मुलायम सिंह यादव से अपील कर आजम खान पर एक्शन लेने की अपील की. सुषमा ने ट्वीट किया, मुलायम भाई, आप समाजवादी पार्टी के पितामह हैं. आपके सामने रामपुर में द्रौपदी का चीर हरण हो रहा है, आप भीष्म की तरह मौन साधने की गलती ना करें.
क्या बोले थे आजम खां?
बता दें कि रामपुर में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए आजम खान ने जया प्रदा पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि 10 बरस जिसने रामपुर वालों का खून पीया, जिसे उंगली पकड़कर हम रामपुर में लेकर आए. जिसका हमने पूरा ख्याल रखा. उसने हमारे ऊपर क्या-क्या आरोप नहीं लगाए.
इसी दौरान उन्होंने मर्यादा तोड़ते हुए कहा ‘जिसको हम उंगली पकड़कर रामपुर लाए, आपने 10 साल जिनसे प्रतिनिधित्व कराया...उसकी असलियत समझने में आपको 17 साल लगे, मैं 17 दिन में पहचान गया कि इनका अंडरवियर खाकी रंग का है.'
आजम खान और जया प्रदा के बीच जंग काफी पुरानी है. जया प्रदा पहले भी आजम खान पर गलत बयानबाजी का आरोप लगा चुकी हैं, तो कई बार उन्हें गुंडा भी कह चुकी हैं. पद्मावत फिल्म पर हुए विवाद के दौरान जया प्रदा ने आजम की तुलना खिलजी से की थी.
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