उत्तर प्रदेश की राजधानी से सटी हुई बाराबंकी लोकसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. मौजूदा समय में इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है. जबकि एक दौर में कांग्रेस का मजबूत गढ़ हुआ करता था. लेकिन वक्त के साथ सपा और बीजेपी इस इलाके में अपना आधार मजबूत करने में सफल रही हैं.
बाराबंकी विविधताओं से भरा इलाका है. आज़ादी के आन्दोलन में इस इलाके ने अग्रणी भूमिका निभाई थी. बाराबंकी सीट पर 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने पीएम पुनिया के बेटे तनुज पुनिया को उतारा है. जबकि सपा ने राम सागर रावत पर दांव खेला है.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
बाराबंकी लोकसभा सीट पर अभी तक 17 बार चुनाव हुए हैं. इनमें 5 बार कांग्रेस को जीत मिली है. जबकि चार बार सपा, दो बार बीजेपी और एक बार बसपा को जीत मिली है. बाराबंकी सीट पर हुए पहले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के मोहनलाल सक्सेना और 1957 में स्वामी रामंद ने जीत दर्ज की थी.
1971 से 1984 तक अलग अलग पार्टी ने इस सीट पर कब्जा रहा. 1989 से 1996 तक समाजवादी पार्टी के रामसागर रावत ने लगातार तीन बार यहां से जीतकर सांसद पहुंचे. लेकिन 1998 के आमचुनावों में बीजेपी के बैजनाथ रावत ने रामसागर रावत को हराकर पहली बार कमल खिलाने में कामयाब रहे. लेकिन 1999 में हुए आम चुनावों में सपा के रामसागर रावत ने बीजेपी के बैजनाथ रावत को हराकर अपनी पिछली हार का बदला ले लिया.
2004 के लोकसभा चुनाव बसपा ने इस सीट पर पहली बार जीत दर्ज करने में कामयाब रही. इसके बाद 25 साल के बाद 2009 में कांग्रेस की वापसी पीएल पुनिया ने कराई. पुनिया ने जीत दर्ज कर सांसद बने, लेकिन पांच साल के बाद 2014 में हुए चुनाव बरकरार नहीं रख सके हैं. बीजेपी ने 2014 में प्रियंका सिंह रावत को उतारकर जीत दर्ज की थी.
सामाजिक ताना-बाना
बाराबंकी लोकसभा सीट पर 22 लाख 16 हजार 172 वोटर हैं. इनमें 48 हजार 934 युवा मतदाता पहली बार वोट डालेंगे. इनमें 11 लाख पुरुष, 10 लाख महिला और 71 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं. बाराबंकी सीट पर 76 आबादी हिंदू और 22 प्रतिशत मुस्लिम समुदाय की आबादी है. बाराबंकी लोकसभा क्षेत्र में यूपी की पांच विधानसभा सीटें आती हैं. जिनके नाम हैं कुर्सी, जैदपुर, रामनगर, हैदरगढ़ और बाराबंकी, जिनमें से जैदपुर और हैदरगढ़ की सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है.
2014 का जनादेश
2014 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर प्रियंका सिंह रावत ने जीत हासिल कर संसद में पहुंचने में कामयाब रही. उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार पीएल पुनिया को 2 लाख 11 हजार 878 मतों से मात दी थी.
बीजेपी की प्रियंका सिंह रावत को 4,54,214 वोट मिले
कांग्रेस के पीएल पुनिया को 2,42,336 वोट मिल
बसपा के कमला प्रसाद रावत को 1,67,150 वोट मिले
सपा की राजरानी रावत को 1,59,284 वोट मिले
सांसद का रिपोर्ट कार्ड
बाराबंकी लोकसभा सीट से जीती प्रियंका सिंह रावत की संसद में 83 फीसदी उपस्थिति रही. इस दौरान उन्होंने सदन में 34 चर्चा में हिस्सा लिया है.