भोपाल से कांग्रेस के प्रत्याशी और पार्टी के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि हिन्दुत्व शब्द उनकी डिक्शनरी में ही नहीं है. दिग्विजय सिंह ने शनिवार को भोपाल संसदीय क्षेत्र से बतौर कांग्रेस प्रत्याशी अपना पर्चा भरा. इस दौरान पत्रकारों से उन्होंने अपने एजेंडे पर बात की. पत्रकारों ने जब उनसे हिन्दुत्व और हिन्दू आतंकवाद पर सवाल पूछे तो उन्होंने कहा कि हिन्दुत्व शब्द उनकी डिक्शनरी में है ही नहीं. दिग्विजय ने कहा, "आप लोग हिन्दुत्व शब्द का उपयोग क्यों करते हैं? हिन्दुत्व शब्द मेरी डिक्शनरी में है ही नहीं."
भोपाल लोकसभा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय के खिलाफ बीजेपी के टिकट पर मालेगांव धमाकों की आरोपी साध्वी प्रज्ञा चुनाव लड़ रही हैं. मुंबई में 26/11 हमले में शहीद हुए मुंबई एटीएस के तत्कालीन प्रमुख हेमंत करकरे पर दिए गए साध्वी प्रज्ञा के बयान और उस चुनाव आयोग के नोटिस पर दिग्विजय सिंह से जब सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ये मामला प्रज्ञा का है. दिग्विजय सिंह ने कहा, "ये बिन्दु हैं प्रज्ञा जी और चुनाव आयोग के बीच के, मैं कहां बीच में आ गया."
दिग्विजय सिंह ने शाम होते होते अपने बयान से जुड़ा एक ट्वीट किया और कहा कि वह हिंदू धर्म को मानते हैं, जो हजारों सालों से दुनिया को जीने की राह सिखाता आया है. उन्होंने कहा कि वे अपने धर्म को हिंदुत्व के हवाले कभी नहीं करेंगे. उन्होंने ट्वीट किया, ""मैं हिंदू धर्म को मानता हूँ, जो हज़ारों सालों से दुनिया को जीने की राह सिखाता आया है, मैं अपने धर्म को हिंदुत्व के हवाले कभी नहीं करूँगा, जो केवल और केवल राजनीतिक सत्ता पाने के लिए संघ का षड्यन्त्र है, मुझे अपने सनातन हिंदू धर्म पर गर्व है जो वसुदैव क़ुटुम्बकम की बात कहता है.
मैं हिंदू धर्म को मानता हूँ, जो हज़ारों सालों से दुनिया को जीने की राह सिखाता आया है।
मैं अपने धर्म को हिंदुत्व के हवाले कभी नहीं करूँगा, जो केवल और केवल राजनीतिक सत्ता पाने के लिए संघ का षड्यन्त्र है।
मुझे अपने सनातन हिंदू धर्म पर गर्व है जो वसुदैव क़ुटुम्बकम की बात कहता है।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 20, 2019
खबर बनाने का ठेका मैंने लिया है क्या
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दिग्विजय सिंह द्वारा विवादित सवालों का जवाब टालने पर जब कुछ पत्रकारों ने मजाकिया अंदाज में कहा कि आप साइलेंट मोड में हैं, तो इस पर दिग्विजय सिंह ने भी अपने अंदाज में जबाव दिया और कहा कि खबर बनाने का ठेका मैंने लिया है क्या? उनके इस जवाब पर पत्रकारों ने खूब ठहाके लगाए.
कमलनाथ पर कोई मुकदमा भी नहीं
दिग्विजय सिंह ने मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ से जुड़े सवाल का भी जवाब दिया. साध्वी प्रज्ञा ने शनिवार को भोपाल में कहा था कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ वर्ष 1984 में दिल्ली में हुए सिख दंगों में शामिल थे. इस बावत जब दिग्विजय सिंह से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, "इस दंगे का कमलनाथ पर कोई मुकदमा भी नहीं है, कोई FIR नहीं है, कोई गवाह नहीं, कोई सबूत नहीं, और 36 साल हो गये और अब 36 साल बाद कौन सा दंगा, किसने किया."
हालांकि दिग्विजय सिंह ने कहा, "सिख दंगों का हमें दुख है और इसमें जो दोषी लोग हैं, उन पर कार्रवाई हुई है. लेकिन जहां तक कमलनाथ जी का सवाल है, उनका नाम इसमें घसीटना तो अनुचित है." बता दें कि भोपाल सीट को बीजेपी का गढ़ माना जाता है और पिछले 30 साल से इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है. यहां पर 12 मई को मतदान है.
सिंधिया ने गुना से भरा पर्चा
कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी शनिवार को गुना शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से अपना पर्चा भरा. नामांकन पत्र भरने के दौरान सिंधिया के साथ उनकी पत्नी प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया भी साथ थीं. बता दें कि सिंधिया वर्ष 2002 से गुना शिवपुरी लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं. इस सीट पर 12 मई को मतदान होना है.
गुना में कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का रोड शो (फोटो-पीटीआई)
पर्चा भरने के बाद एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि देश में फैले असहिष्णुता के माहौल को बदलने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि बीजेपी का बोरिया बिस्तर बांधने का वक्त आ गया है. सिंधिया ने खुद को कामदार बताते हुए कहा कि मोदी जी मैं आपको इस बार शिवपुरी में बुलाता हूं आइए शिवपुरी में और देखिए एक तरफ कामदार है और दूसरी तरफ मोदी जी आप नामदार हैं.
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