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BJP के 'संकल्प पत्र' का मुकाबला राहुल के ‘पंजे’ से, कैसे पाएगी पार?

राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस अपनी न्याय योजना पर फ्रंटफुट पर खेल रही है, तो वहीं युवाओं को रोजगार का मुद्दा भी चर्चा में है. ऐसे में भाजपा का सामने राहुल गांधी के टॉप 5 मास्टरस्ट्रोक का जवाब देने की चुनौती है.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

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पहले चरण के मतदान में अब सिर्फ तीन दिन बचे हैं. कांग्रेस पहले अपना घोषणापत्र लाकर वोटरों को साधने में जुटी है, तो वहीं भारतीय जनता पार्टी ने सोमवार को अपना संकल्प पत्र जारी किया. राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस अपनी न्याय योजना पर फ्रंटफुट पर खेल रही है, तो वहीं युवाओं को रोजगार का मुद्दा भी चर्चा में है. ऐसे में भाजपा के सामने राहुल गांधी के टॉप 5 मास्टरस्ट्रोक का जवाब देने की चुनौती है.

बीजेपी के लिए राष्ट्रवाद, मजबूत देश, मुद्रा योजना के जरिए स्वरोजगार, पाकिस्तान के साथ सख्त नीति आदि बड़े मुद्दे रहे हैं. इसके अलावे पिछले चुनावों में धारा 370, राम मंदिर, भ्रष्टाचार के मुद्दों पर बीजेपी काफी आक्रामक रही थी. अब कांग्रेस की न्याय योजना से चुनौतियां बढ़ी हैं. बीजेपी के लिए इनकी काट खोजना जरूरी है. राहुल गांधी ने पिछले हफ्ते अपना घोषणापत्र जारी करते हुए पंजे यानी 5 योजनाओं का जिक्र किया था. बीजेपी के लिए अपने संकल्प पत्र में उनका जवाब देना जरूरी होगा.

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पढ़ें क्या हैं राहुल गांधी के 5 बड़े वादे, जिनसे पार पाना बीजेपी के लिए है चुनौती...

1. न्याय योजना

देश के 20 फीसदी गरीबों को साधने के लिए कांग्रेस ने न्याय योजना का ऐलान किया है. इसके तहत करीब 5 करोड़ परिवारों को 72 हजार रुपये सालान की आर्थिक मदद दी जाएगी. कांग्रेस इस ऐलान को ऐतिहासिक बता रही है और हर वोटर तक इसका संदेश पहुंचाने की कोशिश कर रही है. हालांकि, भाजपा पहले ही कह चुकी है ये एक धोखा देने वाला वादा है. बीजेपी पहले ही किसान समृद्धि योजना चला रही है, जिसके तहत किसानों को 6000 रुपये सालाना दिए जा रहे हैं.

2. रोजगार

रोजगार के मुद्दे पर मोदी सरकार पिछले पांच सालों में विपक्ष के निशाने पर रही है. कांग्रेस ने वादा किया है कि वह सत्ता में आने के एक साल के अंदर खाली पड़े 22 लाख सरकारी पदों को भरेगी. इसके अलावा युवाओं को स्टार्ट अप में छूट दी जाएगी, शुरुआती तीन साल में किसी तरह के परमिशन की आवश्यकता नहीं होगी. ऐसे में भाजपा के सामने चुनौती ये भी है कि युवा वोटरों को साधने के लिए वह अपने संकल्प पत्र में क्या लाएगी.

3. अलग से किसान बजट

किसानों का मुद्दा हर चुनाव में गरम रहा है. भाजपा एक तरफ किसान समृद्धि योजना की बात कर रही है तो वहीं राहुल गांधी ने किसानों के लिए अलग से बजट लाने की बात कही है. इसके अलावा राहुल ने किसानों के कर्ज न अदा कर पाने की स्थिति में जो क्रिमिनल ऑफेंस माना जाता था, उसे वो खत्म करेंगे. इसकी जगह किसानों के कर्ज अदा न कर पाने के लिए सिविल ऑफेंस माना जाएगा.  

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4. शिक्षा और स्वास्थ्य पर फोकस

कांग्रेस का वादा है कि वह शिक्षा बजट को पूरे बजट का करीब 6 फीसदी करेगी, इसके अलावा शिक्षा संस्थानों को मजबूत करेगी ताकि अच्छी शिक्षा मुहैया कराई जा सके. इसके अलावा भाजपा की आयुष्मान भारत योजना को खोखला बताते हुए कांग्रेस ने एक ऐसी योजना लाने का वादा किया है जिसमें सरकारी अस्पतालों में अच्छी सुविधा मुहैया कराई जाएंगी.

5. मनरेगा को फिर मिलेगी मजबूती

ग्रामीण वोटरों को साधने के लिए कांग्रेस ने एक बार फिर मनरेगा पर फोकस किया है. मनरेगा के तहत मजदूरों को 150 दिन रोजगार का वादा एक बड़ा मास्टरस्ट्रोक हो सकता है. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी इन वादों से अपने घोषणापत्र में कैसे पार पाती है, ये बड़ा सवाल होगा.

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