भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद ने कहा है कि वे भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के एजेंट नहीं हैं, बल्कि मायावती के घर में बीजेपी के एजेंट बैठे हैं. खुद को मायावती द्वारा बीजेपी का एजेंट बताए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि समाज तय करेगा कि मैं बीजेपी का एजेंट हूं या नहीं हूं.
गठबंधन को चुनौती देते हुए चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि हमारा वोट खैरात नहीं है, जो गठबंधन के पास चला जाए .पहले मुलायम सिंह यादव रुख साफ करें क्योंकि उन्होंने अपना स्टेटमेंट दिया था कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री देखना चाहते हैं. प्रमोशन में आरक्षण को लेकर अखिलेश यादव को अपना रुख साफ करना चाहिए यह हमारी गठबंधन से मांग है .
फूट डालने की हो रही कोशिश
चंद्रशेखर ने बहुजन समाज पार्टी के नेता सतीश चंद्र मिश्रा के सवाल पर कहा, 'सतीश चंद्र मिश्रा आरएसएस और बीजेपी के एजेंट हैं. अगर सतीश चंद्र मिश्रा इतने ही महान नेता हैं तो बहुजन समाज पार्टी से बनारस से चुनाव में उतरें क्योंकि वहां 2 लाख ब्राह्मण हैं. अगर वे ऐसा करते हैं तो मैं उनका प्रचार करने जाऊंगा. जानबूझकर बहुजन समाज पार्टी की नेता मायावती इस तरह के आरोप लगा रही हैं और सतीश चंद्र मिश्रा फूट डालने की कोशिश कर रहे हैं.'
लोगों को न करें गुमराह
चंद्रशेखर आजाद ने कहा, 'मेरे बीजेपी के एजेंट होने का सबूत उनके पास है तो वह दें, वरना समाज में इस तरह से फूट डालने के लिए गुमराह नहीं करें. मेरे पास ही बहुत सारे सबूत हैं कि उन्होंने मुझे बनारस से रोकने का काम किया है.'
रेड न पड़ने पर सवाल
भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने कहा, 'सतीश चंद्र मिश्रा डेढ सौ गज के मकान के 36 हजार करोड़ पर टैक्स देते हैं. उनके ऊपर कोई इनकम टैक्स रेड नहीं होता है. कोई न कोई तो बीजेपी का एजेंट है.'
प्रचार के लिए रखी शर्त
बनारस से खुद के चुनाव के लड़ने के ऊपर चंद्रशेखर ने कहा कि मैं फूट में लूट नहीं होने देना चाहता है. मैं मोदी को हारते हुए देखना चाहता हूं. आज शाम तक उनका कोई डिसीजन आना है. मैं इंतजार करूंगा अगर कुछ ऐसा हुआ तो पीछे हट जाऊंगा. चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि सतीश चंद्र मिश्रा अगर बनारस से उतरते हैं तो मैं बहुजन समाज पार्टी के लिए प्रचार करूंगा.'
प्रमोशन में आरक्षण
चंद्रशेखर ने यह भी कहा कि अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव को पदोन्नति में आरक्षण को लेकर अपना रुख साफ करना चाहिए .बहन मायावती हमें एजेंट बताती हैं लेकिन आर्थिक आरक्षण का समर्थन करती हैं .15 फीसदी अगड़ों को 16 टिकट दिया है तो क्या 85 फीसदी बहुजन को छोड़ दिया है.
पहले दलितों के अधिकारों को लेकर मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव से अपना रूख साफ करने के लिए कहे, वरना हम गठबंधन का विरोध करेंगे .कांग्रेस के समर्थन पर शेखर आजाद ने कहा कि बीजेपी को हराने के लिए जो भी पार्टियां बुलाएंगी चाहे वह आरजेडी हो. या कांग्रेस को चुनाव प्रचार के लिए जाएंगे. चंद्रशेखर ने कहा कि मैं दलितों में इतना लोकप्रिय हूं कि किसी भी रिजर्व सीट से चुनाव लड़ जाऊं तो मैं चुनाव जीत जाऊं मगर मैं गठबंधन के साथ रहना चाहता हूं.
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