पुलवामा आतंकी हमले और बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा चुनावी रैलियों में छाया हुआ है. इसी मुद्दे पर सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी को घेरने के चक्कर में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सोमवार को जैश-ए-अजहर के सरगना मसूद अजहर को ‘मसूद अजहर जी’ बोल बैठे, जिसके बाद से ही बीजेपी उनपर हमलावर है.
लेकिन अब कांग्रेस ने भी बीजेपी को करारा जवाब दिया है, कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने मंगलवार सुबह केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद का एक वीडियो ट्वीट किया है जिसमें वह मोस्ट वांटेड आतंकी हाफिज़ सईद को ‘हाफिज़ जी’ कह रहे हैं.
प्रियंका चतुर्वेदी ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘’उम्मीद है इस वीडियो को बीजेपी की नई वेबसाइट में अच्छी जगह मिलेगी, जब वह (वेबसाइट) ठीक हो जाएगी. बीजेपी नेतृत्व और उनका हाफिज सईद से समर्थन. इसके अलावा उन्हें वो भी याद होगा जब उन्होंने वेद प्रकाश वैदिक को हाफिज से गले मिलने और बात करने भेजा था’’
But this is just one of the many love signs displayed by BJP for Hafeez Saeed, Masood Azhar&ilk. These pics of India’s NSA with Masood Azhar, the nation will never forget. pic.twitter.com/wVFp4ZeGOW
— Priyanka Chaturvedi (@priyankac19) March 12, 2019
प्रियंका ने इसके अलावा एक अन्य ट्वीट में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल की वो तस्वीर भी साझा की, जिसमें वह जैश सरगना मसूद अजहर को छोड़ने जा रहे हैं. ये तस्वीर कंधार घटना के समय की है.
रविशंकर प्रसाद का ये वीडियो पिछले साल जून का है, जिस दौरान उन्होंने कांग्रेस को घेरने के लिए की गई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में हाफिज सईद को हाफिज जी कहा था.
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आपको बता दें कि सोमवार को राजधानी दिल्ली में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा था. राहुल का आरोप था कि जिस मसूद अजहर के जैश ने पुलवामा में आतंकी हमला किया, उसी मसूद अजहर को बीजेपी की पिछली सरकार ने छोड़ा था और आज के NSA उसे कंधार छोड़ कर आए थे.
इसी दौरान राहुल गांधी ने मसूद अजहर को ‘मसूद अजहर जी’ कहा, जिसपर भारतीय जनता पार्टी आग बबूला हो उठी. टीवी डिबेट्स से लेकर सोशल मीडिया तक बीजेपी ने राहुल को घेरना शुरू कर दिया, हालांकि बाद में कांग्रेस की ओर से इस पर सफाई भी आई थी. कांग्रेस की ओर से तर्क दिया गया कि राहुल गांधी सरकार पर तंज कस रहे थे, जो बीजेपी वालों को समझ नहीं आया.