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'चाय पर चर्चा' के जवाब में दिल्ली में कांग्रेस करेगी 'आय पर चर्चा'

राहुल गांधी ने सोमवार को न्याय स्कीम की घोषणा की. इसके तहत पार्टी अगर सरकार में आती है तो 20 फीसदी सबसे गरीब परिवारों को सालाना 72 हजार रुपए देगी. कांग्रेस इस स्कीम को भुनाने में लग गई है. इसी के तहत हर प्रदेश में कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को इस योजना के बारे में अवगत कराया जाएगा.

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दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित (फाइल-यासिर इकबाल)
दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित (फाइल-यासिर इकबाल)

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दिल्ली में कांग्रेस पार्टी 'आय पर चर्चा' अभियान शुरू करने जा रही है. पिछले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने 'चाय पर चर्चा' कैंपेन शुरू किया था जिसे जनता का काफी समर्थन मिला और पार्टी प्रचंड बहुमत से जीत कर आई. इस चुनाव में कांग्रेस ने 'चाय पर चर्चा' कैंपेन की तर्ज पर 'आय पर चर्चा' शुरू करने का फैसला लिया है. इसका ऐलान मंगलवार को दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और दिल्ली यूनिट की पार्टी अध्यक्ष शीला दीक्षित ने किया. शीला दीक्षित ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी की ओर से शुरू न्याय स्कीम के प्रचार-प्रसार को लेकर भी कार्यक्रमों का ऐलान किया. प्रेस कॉन्फ्रेंस में शीला दीक्षित के अलावा हारून यूसुफ और दिल्ली प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया भी मौजूद थे.

गौरतलब है कि सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश के 5 करोड़ परिवारों को सालाना 72,000 रुपए आय के रूप में देने की घोषणा की है. इस योजना के लागू होने से देश के खजाने पर सालाना 3.6 लाख करोड़ रुपए का बोझ आएगा. राहुल गांधी ने कहा है कि कांग्रेस 'न्याय योजना' के तहत कांग्रेस देश के 20 फीसदी सबसे गरीब परिवारों को सालाना 72,000 रुपए देगी. उन्होंने कहा कि इस योजना से सीधे तौर पर 5 करोड़ परिवार और 25 करोड़ लोग लाभान्वित होंगे. मौजूदा लोकसभा चुनाव में कांग्रेस इस स्कीम को भुनाने में लगी है. इसी को देखते हुए पार्टी ने देश के कोने-कोने में 'न्याय अभियान' शुरू करने का फैसला किया है. इसके तहत कांग्रेस के दिग्गज नेता हरेक प्रदेश में लोगों को इस स्कीम के बारे में बताएंगे. दिल्ली में भी यह अभियान शुरू होगा जिसका जिम्मा शीला दीक्षित को दिया गया है.

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न्याय अभियान से जुड़े 'आय पर चर्चा' कैंपेन के बारे में शीला दीक्षित ने कहा कि 6000 रुपए महीना और सालाना 72000 रुपये देने वाली योजना बहुत सराहनीय है. इस स्कीम को लेकर हारून यूसुफ ने कहा कि दिल्ली के हर कोने से गरीब लोग हमें मुबारकबाद देने आ रहे हैं. उन्होंने कहा, 'बीजेपी ने 15 लाख देने का वादा किया था. किसानों की आय दोगुनी करने की बात की थी. आज छोटे व्यापारी बहुत परेशान हैं. कांग्रेस पार्टी मनरेगा लेकर आई थी. करोड़ों हिंदुस्तानी राहुल गांधी को दिल से मुबारकबाद दे रहे हैं.'

आपको बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को कहा था कि न्यूनतम आय रेखा 6000 रुपए महीना है और इस योजना का लाभ इससे कम आय वालों को मिलेगा. उन्होंने बाद में साफ किया कि अगर किसी व्यक्ति की आय 6000 रुपए प्रति माह से कम है तो इस योजना के तहत उस कमी की पूर्ति की जाएगी. गांधी ने कहा, "अगर किसी व्यक्ति की आय 3,000 रुपए मासिक है तो हम उसे बढ़ाकर 6000 रुपए मासिक करेंगे.''

कांग्रेस की इस योजना का बीजेपी ने खुलकर विरोध करना शुरू कर दिया है. केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने 25 करोड़ गरीब लोगों को सालाना 72,000 रुपए देने के कांग्रेस के चुनावी वादे को सोमवार को एक धोखा करार दिया. उन्होंने कहा कि यह पैसा नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से दी जा रही राशि के दो-तिहाई से कम है जो डीबीटीएल में दी जाती है. बीजेपी नेता ने अपने फेसबुक पोस्ट के साथ ही एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस की आलोचना की.

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