आम आदमी पार्टी के सांसद और पंजाब के प्रभारी भगवंत मान की तरफ से पंजाब की जनता के नाम लिखी गई चिट्ठी को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है. चिट्ठी को आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं के द्वारा पंजाब के लोगों को डोर टू डोर कैंपेन के तहत बांटी जा रही है. इस चिट्ठी में भगवंत मान ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी सरकार की उपलब्धियां गिनाई हैं और साथ ही अपने सांसद रहते हुए पंजाब के संगरूर में किए गए कामकाज का लेखा-जोखा भी दिया है.
इस चिट्ठी में भगवंत मान ने लिखा है कि उन्होंने पंजाब के लिए अपना एक्टिंग और स्टैंड अप कॉमेडी का प्रोफेशन भी छोड़ दिया और शराब पीने की उन्हें जो लत थी वो भी छोड़कर अब उन्होंने अपना पूरा जीवन पंजाब के लोगों के लिए समर्पित कर दिया है. इस बात को लेकर विपक्षी पार्टियां-अकाली दल और कांग्रेस ने आपत्ति जताई है कि भगवंत मान अपने शराब पीने की आदत छोड़ देने को किस तरह से अपनी उपलब्धि के तौर पर पंजाब के लोगों को बता रहे हैं. इनका कहना है कि अगर भगवंत मान ने शराब पीना छोड़ दिया तो ये आम आदमी पार्टी या उनकी खुद की कोई उपलब्धि नहीं है बल्कि ऐसा भगवंत मान ने अपनी जीवनशैली और आदतों को सुधारने के लिए किया है और इसमें उपलब्धि जैसी आखिरकार क्या बात है?.
भगवंत मान ने अपनी चिट्ठी के पहले पन्ने के दूसरे पैरे में लिखा है कि मैं पहले एक मशहूर कलाकार था और एक शो करने का लाखों रुपए लेता था. मैंने पंजाब के लोगों की सेवा करने के लिए अपना काम छोड़ दिया. मैं पहले शराब पीता था लेकिन एक दिन मेरी मां ने मुझे कहा कि जनता की सेवा करने के लिए शराब रुकावट पैदा करती है और तू शराब छोड़ दे. मेरी मां के कहने से इस साल 1 जनवरी से मैंने हमेशा के लिए शराब पीनी छोड़ दी और अब मेरे जीवन का एक-एक मिनट पंजाब के लोगों के लिए समर्पित है.
इसके बाद चिट्ठी में आगे भगवंत मान अपनी और अरविंद केजरीवाल की उपलब्धियां लोगों को बता रहे हैं कि किस तरह अरविंद केजरीवाल की सरकार दिल्ली में काम कर रही है और किस तरह उन्होंने पार्टी के सांसद और पंजाब के अध्यक्ष होने के नाते काम किया है. कैप्टन अमरिंदर सिंह को भी इस पत्र में घेरा गया है. पत्र में कहा गया है कि उन्होंने पंजाब विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान जितने वायदे किए थे उनको अब सरकार बनने पर पूरा नहीं किया गया.
हालांकि चिट्ठी में भगवंत मान द्वारा शराब छोड़ देने की बात लिखे जाने को लेकर आम आदमी पार्टी के नेताओं ने उनका बचाव किया है. आम आदमी पार्टी के नेता और पंजाब में पार्टी की कैंपेन कमेटी के चेयरमैन अमन अरोड़ा ने कहा कि विपक्ष और मीडिया को सिर्फ भगवंत मान के शराब की लत छोड़ देने में ही इंटरेस्ट है जबकि पंजाब के और भी कई मुद्दे हैं जिनको इस चिट्ठी में लिखा गया है. अमन अरोड़ा ने कहा कि भगवंत मान ने अपने शराब पीने की आदत को छोड़ देने के बारे में इसलिए लिखा है ताकि लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान अगर विरोधी पार्टियां भगवंत मान पर शराब पीने और शराब का आदि होने का आरोप लगाएं तो वो पहले से ही जनता को इस पर सफाई दे रहे हैं.
इस दौरान अमन अरोड़ा ने एक विवादास्पद बात कह डाली. उन्होंने कहा कि पंजाब में कौन शराब नहीं पीता, पंजाब में करोड़ों शराब की बोतल बिकती हैं और क्या ये सारी बोतलें भगवंत मान ही पी जाते हैं लेकिन बेवजह भगवंत मान के शराब पीने को या शराब छोड़ देने को बढ़ा-चढ़ाकर विरोधी पार्टियां और मीडिया द्वारा दिखाया जाता है.
इस पर अकाली दल के प्रवक्ता दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि ये काफी शर्म की बात है कि भगवंत मान 5 साल संगरूर से सांसद रहते हुए अपने कामकाज को बताने की बजाय पंजाब की जनता को ये बता रहे हैं कि उन्होंने शराब की आदत छोड़ दी है. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि दरअसल भगवंत मान और आम आदमी पार्टी के पास पंजाब में बताने को कुछ भी नहीं है और इसी वजह से भगवंत मान की छवि पूरे पंजाब में एक शराबी नेता की बन चुकी है इसलिए वो अपनी शराब की लत छोड़ने की बात को बार-बार जनता के बीच में दोहरा रहे हैं.
पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस नेता साधु सिंह धर्मसोत ने कहा कि आम आदमी पार्टी और उनके नेताओं को लगता है बस यही अचीवमेंट है कि उन्होंने भगवंत मान की शराब की लत को छुड़वा दिया है और भगवंत मान को शर्म आनी चाहिए कि उन्हें अपनी इस आदत को लेकर बार-बार जनता को सफाई देनी पड़ रही है और जनता से जुड़े मुद्दों को उठाने और बताने की बजाय भगवंत मान बार-बार अपनी शराब पीने की लत पर ही सफाई देते रहते हैं।
भगवंत मान का कहना है कि इसमें बुराई ही क्या है. जब मैं यह बात एक विशाल जनसभा में भी कह चुका हूं तो चिट्ठी में लिखने में क्या हर्ज हो सकता है. तब किसी ने ना सुना हो या किसी को ना पता लगा हो और मैं तब पार्टी का अध्यक्ष भी नहीं था इसलिए अब यह बात चिट्ठी में दोहराई गई है. चुनाव में हो सकता है कि विरोधी मेरी कोई पुरानी वीडियो या पुरानी बातें वायरल कर लोगों को प्रभावित करें जिस कारण लोगों को यह बताना प्राप्ति के साथ-साथ बेहद जरूरी था. मैं तो कहता हूं कि सुखबीर बादल को भी लोगों को बताना चाहिए कि वह क्या-क्या काम करते हैं.
चुनाव की हर ख़बर मिलेगी सीधे आपके इनबॉक्स में. आम चुनाव की ताज़ा खबरों से अपडेट रहने के लिए सब्सक्राइब करें आजतक का इलेक्शन स्पेशल न्यूज़लेटर