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‘राष्ट्र को संबोधन’ में PM मोदी को मिल सकती है चुनाव आयोग से राहत

चुनाव आयोग से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बड़ी राहत मिलती दिख रही है. सूत्रों की मानें तो मिशन शक्ति की सफलता का ऐलान करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो संबोधन किया था वह आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को किया था संबोधित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को किया था संबोधित

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अंतरिक्ष में भारत की बड़ी उपलब्धि ‘मिशन शक्ति’ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनाव आयोग से राहत मिलती दिख रही है. इस उपलब्धि की जानकारी पूरे देश को देने के लिए प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय संबोधन किया था, जिसपर कई राजनीतिक दलों ने आपत्ति जताई थी. लेकिन चुनाव आयोग के सूत्रों की मानें तो इसमें कोई खामी नहीं है यानी इसमें आचार संहिता का उल्लंघन होता नहीं दिख रहा है.

प्रधानमंत्री के 'मिशन शक्ति' संबोधन पर प्रथम दृष्टया चुनाव आयोग को कोई खामी नहीं मिली है. अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने न अपनी पार्टी का जिक्र किया और न ही मतदाताओं से इस घटना के हवाले से अपने पक्ष में वोट देने की अपील की है.

हालांकि चुनाव आयोग की कमेटी जांच कर रही है कि सरकारी माध्यम (दूरदर्शन और आकाशवाणी) का उल्लंघन हुआ है क्या? अभी दोनों संस्थानों से चुनाव आयोग ने जवाब मांगा है. चुनाव आयोग की कमेटी के प्रमुख ने कल उम्मीद जताई थी की कमेटी अपनी रिपोर्ट आज शाम तक तैयार कर लेगी.

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गौरतलब है कि 27 मार्च को दोपहर करीब 12.30 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित किया था, उन्होंने ट्वीट कर खुद इसकी जानकारी दी थी. जिसके बाद उन्होंने मिशन शक्ति की घोषणा करते हुए कहा था कि भारत ने अंतरिक्ष में एक मिसाइल सैटेलाइट को मार गिराया है. प्रधानमंत्री के इसी संबोधन पर विपक्ष की कई पार्टियों ने सवाल उठाए थे.

वामदल सीपीएम ने औपचारिक तौर पर चुनाव आयोग से शिकायत भी की थी. इसके बाद चुनाव आयोग ने उप निर्वाचन आयुक्त डॉ सन्दीप सक्सेना कि अगुआई में पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया था. ये कमेटी पूरे मामले की मीडिया, कानून और आचार संहिता के पहलुओं से जांच कर रही है.

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