देश में लोकसभा चुनावों में पहले इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) संबंधी अमेरिकी साइबर एक्सपर्ट के दावे पर सियासी घमासान शुरू हो गया है. इस मुद्दे पर बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है. मायावती ने कहा कि इस मुद्दे को सबसे पहले उनकी पार्टी ने उठाया था और सुप्रीम कोर्ट के सामने रखा था जिस पर शीर्ष कोर्ट संज्ञान ले चुका है. उन्होंने निर्वाचन आयोग से अपील करते हुए कहा कि जब तक इस मुद्दे का समाधान नहीं हो जाता है तब तक बैलट पेपर पर वोटिंग कराई जाए. उन्होंने कहा कि वोट हमारा, राज तुम्हारा नहीं चलेगा.
एक बयान में मायावती ने कहा कि सभी पार्टियां ईवीएम के जरिये चुनाव में धांधली को समझ रही हैं और पहले की तरह ही मतपत्रों के जरिये चुनाव कराये जाने की मांग जोर पकड़ रही है. बसपा अध्यक्ष ने चुनाव आयोग से इस मामले में संज्ञान लेने की मांग की और कहा कि अच्छा होता जब तक ईवीएम मामले में आशंकाओं का समाधान न हो जाए तब तक मत पत्र पर मतदान हो.
जब जापान को भरोसा नहीं है हम कैसे करें-अखिलेश यादव
वहीं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को कहा कि देश बदलाव चाहता है. आज भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की वजह से देश की हर संस्था खतरे में है. उन्होंने कहा कि जापान विज्ञान से लेकर हर क्षेत्र में हमसे आगे है. लेकिन वह ईवीएम जैसी मशीन का अपने देश में प्रयोग क्यों नहीं करता है? यह सबसे बड़ा सवाल है.
लंदन में ईवीएम हैकिंग ड्रिल के दौरान सपा और बसपा का नाम लिए जाने के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा, 'मुद्दा मत बदलिए. जब ईवीएम पर जापान को भरोसा नहीं है तो हम लोग कैसे भरोसा कर सकते हैं. आज भी लोगों को ईवीएम पर भरोसा नहीं है. लोगों का कहना है कि वोट साइकिल पर दिया, लेकिन वो बीजेपी पर चला गया.' उन्होंने कहा, 'मुझे भरोसा है कि लोग बदलाव और बसपा-सपा गठबंधन के लिए वोट करेंगे. बीजेपी के लोगों ने समाज में जाति और धर्म के नाम पर जहर घोला है. वे लोकतंत्र और भाईचारा को खत्म करना चाहते हैं.'
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में लोग आवाज ना उठा पाएं इसलिए सभी संस्थाओं पर पहरा लगाने का काम बीजेपी कर रही. हम समाजवादियों ने पहले ही कहा था कि अगर टेक्नोलॉजी में सबसे कोई सुपीरियर देश है तो वो है जापान. जापान विज्ञान से लेकर हर क्षेत्र में आगे है. आखिर जापान जैसा देश ईवीएम जैसी मशीन का अपने देश में प्रयोग क्यों नहीं करता है? जब जापान ईवीएम पर भरोसा नहीं करता तो हम कैसे कर सकते हैं?
Akhilesh Yadav, SP chief: If someone has raised a question then it must be thought that what is the reason that a developed country like Japan is not using EVMs. It is not a question of a political party, it's a question of trust in democracy. EC & govt should make a decision. pic.twitter.com/r5zvjDDInK
— ANI UP (@ANINewsUP) January 22, 2019
लंदन में हुए ईवीएम हैकिंग ड्रिल पर उन्होंने कहा कि देश के 130 करोड़ लोगों में यह सवाल जाना चाहिए. देश ईवीएम पर भरोसा कैसे कर सकता है. हमारा तो सामान्य सा सवाल है कि दुनिया के ताकतवर देश अगर ईवीएम पर भरोसा नहीं करते हैं तो हम कैसे कर सकते हैं.
लोकतंत्र बचेगा तो गाय भी बचेगी
गाय के मुद्दे पर बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा, 'अगर देश में लोकतंत्र बचेगा तो गाय भी बची रहेगी. हमने वाराणसी में देखा कि सांड ने प्रधानमंत्री का रास्ता रोक दिया था.' शिवपाल यादव के राम मंदिर पर दिए गए बयान पर उन्होंने कहा कि जो कम बोलेगा वही चुनाव जीतेगा. इसलिए हमने कम बोलने का फैसला किया है.
गौरतलब है कि अमेरिकी साइबर एक्सपर्ट ने सोमवार को लंदन में हैकिंग का दावा किया था. एक्सपर्ट ने चुनाव में इस्तेमाल होने वाले EVM को लेकर कई खुलासे किए थे. साथ ही उसने पूर्व केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे की मौत को लेकर भी खुलासे किए. हैकर के अनुसार, गोपीनाथ मुंडे की हत्या हुई थी इस खुलासे पर उनके भतीजे और NCP नेता धनंजय मुंडे ने जांच की मांग की है.