बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से चुनाव कराए जाने की पैरवी की है. उन्होंने कहा कि ईवीएम से वोटिंग पूरी तरह ठीक है, हालांकि हर बूथ पर VVPAT की व्यवस्था हो जाने के बाद किसी प्रकार की समस्या नहीं होगी. नीतीश कुमार ने कहा, 'ईवीएम पूरी तरह से ठीक, मगर प्रत्येक मतदान केंद्र पर वीवीपैट का इंतजाम हो तो कोई समस्या नहीं होगी. ईवीएम पर सभी विवादित बयान गलत हैं. मैं ऐसे बयानों से सहमत नहीं हूं.'
नीतीश ने कहा कि ईवीएम से लोगों के वोटिंग अधिकार मजबूत हुए हैं. उन्होंने कहा, 'ईवीएम ने मतदाताओं के मतदान अधिकार को मजबूत किया है. वीवीपैट की उचित व्यवस्था के साथ बोगस वोटिंग से बचा जाना चाहिए.' ईवीएम पर मचे घमासान और लंदन में एक हैकर द्वारा इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में हैकिंग के दावों के मद्देनजर उन्होंने कहा कि इसे लेकर बताई जा रही बातों से मैं सहमत नहीं हूं. इसके अलावा नीतीश ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में सीट बंटवारे को लेकर कहा, 'फरवरी के अंत तक इन सब चीजों पर सभी को जानकारी मिल जाएगी. बिहार में भाजपा के साथ हमलोग अच्छी तरह से सरकार चला रहे हैं. भाजपा, लोजपा, जद (यू) तीनों साथ मिलकर लोकसभा का चुनाव पूरी मजबूती से लड़ेंगे और बेहतर परिणाम भी आएंगे.'
एक तरफ जहां नीतीश कुमार ईवीएम का समर्थन कर रहे हैं वहीं, आम आदमी पार्टी ने विपक्षी नेताओं के सुर में सुर मिलाया है. पार्टी ने कहा कि ईवीएम भरोसे के लायक नहीं है इसलिए हमें अब बैलट पेपर वापस लाने की जरूरत है. दरअसल, आम आदमी पार्टी (आप) ने बुधवार को लोकसभा चुनावों में पुराने आजमाए जा चुके बैलट पेपर सिस्टम का इस्तेमाल किए जाने की मांग की है.
लंदन में एक हैकर द्वारा ईवीएम में हैकिंग के दावों के बाद भारत के सियासी गलियारों में हलचल मची हुई है. आम आदमी पार्टी ने इसके मद्देनजर वीवीपैट की मांग की और यह मांग न पूरी होने की स्थिति में AAP ने सभी विपक्षी दलों से चुनाव का बहिष्कार करने का आह्वान किया. आप के राज्यसभा सदस्य और उत्तर प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह ने बताया, 'लोकतंत्र को बचाने और चुनाव प्रक्रिया में एक बार फिर लोगों का विश्वास स्थापित करने के लिए यह आवश्यक है.'
उन्होंने कहा, 'इन हालिया खुलासों से स्पष्ट रूप से ईवीएम की निष्पक्षता धूमिल हुई है और इसलिए इसकी जगह बैलट पेपर का इस्तेमाल किया जाना चाहिए.' सिंह ने कहा, 'इससे पता चलता है कि ईवीएम का लाभ सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को मिल रहा है और यह विपक्ष को खेल के मैदान से दूर ले जा रही है.'
आम आदमी पार्टी ने सभी राजनीतिक दलों से ईवीएम से चुनाव कराने की मांग करते हुए कहा, 'सभी दल चुनाव आयोग को लिखित में दें कि अगर EVM का इस्तेमाल लोकसभा चुनावों के लिए किया गया तो वे आगामी लोकसभा चुनावों का बहिष्कार करेंगे.' उन्होंने कहा, 'ईवीएम पर प्रतिबंध लगाने और लोकसभा और भविष्य के सभी चुनाव बैलट पेपर पद्धति के माध्यम से कराने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है.'