लोकसभा चुनाव के महासमर की शुरुआत हो चुकी है, पहले चरण के लिए गुरुवार को वोट डाला गया. आने वाले चरणों के लिए प्रचार भी जारी है. क्रिकेटर से भारतीय जनता पार्टी के नेता बने गौतम गंभीर ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के ऊधमपुर में चुनावी सभा की. इस दौरान उन्होंने राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती पर जमकर हमला बोला.
गौतम गंभीर ने कहा, ‘’महबूबा मुफ्ती मुझे ब्लॉक कर सकती हैं, लेकिन इस देश की 130 करोड़ जनता को ब्लॉक नहीं कर सकती हैं. इस देश में एक लहर चल रही है, जिसके साथ वह नहीं हैं. 2014 में विकास के नाम पर लहर थी और 2019 में वह एक सुनामी बन चुकी है.’’
बता दें कि गौतम गंभीर और महबूबा मुफ्ती के बीच में इससे पहले भी कई बार ट्विटर वॉर छिड़ चुकी है. गंभीर ने गुरुवार को यहां ऊधमपुर जिला की रामनगर तहसील में जनसभा की और कहा कि इस देश में कभी दो प्रधानमंत्री नहीं हो सकते हैं. बता दें कि यहां पर 18 अप्रैल को मतदान होना है.
#WATCH Gautam Gambhir says, "she(Mehbooba Mufti) can block me, but till when will she keep blocking 130 cr people of the nation? There is a wave in this country & if she doesn’t flow with it, she'll drown. In 2014 there was a wave, in 2019 there is tsunami & there is development" pic.twitter.com/HR3jZHeyUT
— ANI (@ANI) April 11, 2019
चुनाव से कुछ दिन पहले ही गौतम गंभीर ने वित्त मंत्री अरुण जेटली की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी. उनके दिल्ली से चुनाव लड़ने की भी अटकलें हैं.
इससे पहले भी गौतम महबूबा-उमर से ट्विटर पर भिड़ चुके हैं. दो प्रधानमंत्री वाले बयान पर गौतम गंभीर ने उमर अब्दुल्ला पर हमला बोला था, हालांकि उमर अब्दुल्ला ने भी उनपर पलटवार किया था.
गौतम ने ट्वीट किया था कि 'उमर J-K के लिए अगल PM चाहते हैं और मैं महासागरों में चलना चाहता हूं. उमर जम्मू-कश्मीर के लिए अलग PM चाहते हैं और मैं चाहता हूं कि सुअर हवा में उड़े. एक अलग PM की बजाय उमर अब्दुल्ला को थोड़ी नींद और इसके बाद एक कप कड़क कॉफी की जरूरत है. अगर इसके बावजूद वो समझ नहीं पाते हैं, तो उनको एक ग्रीन पाकिस्तानी पासपोर्ट की जरूरत है.'
जिसके जवाब में उमर ने ट्वीट किया था कि 'गौतम, मैंने ज्यादा क्रिकेट कभी नहीं खेला, क्योंकि मैं जानता था कि मैं क्रिकेट खेलने में ज्यादा अच्छा नहीं हूं. आप न जम्मू-कश्मीर के बारे में ज्यादा जानते हैं और न ही इसके इतिहास के बारे में जानते हैं’.
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