देशभर में लोकसभा चुनाव के लिए अंतिम चरण का मतदान 19 मई को किया गया. इसके बीच नाथूराम गोडसे को लेकर विवाद खत्म नहीं हुआ है. अंतिम चरण की वोटिंग के बीच मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हिंदू महासभा ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का जन्मदिन मनाया. ग्वालियर के दौलतगंज स्थित हिंदू महासभा कार्यालय में रविवार को नाथूराम गोडसे की जंयती मनाई गई. इस दौरान हिंदू महासभा ने कार्यालय में नाथूराम गोडसे की तस्वीर पर न केवल माला चढ़ाई, बल्कि उस तस्वीर की आरती भी उतारी गई और फिर वहां मौजूद लोगों ने आपस में मिठाई बांटी.
इस दौरान हिंदू महासभा के राष्ट्रीय पदाधिकारी जयवीर भारद्वाज ने कहा कि इससे पहले यहां गोडसे की मूर्ति भी लगाई गई थी जिसे प्रशासन ने बाद में हटा लिया था, यदि इस साल के अंत तक प्रशासन ने मूर्ति वापस नहीं की तो हिंदू महासभा नाथूराम गोडसे की मूर्ति दोबारा लगाएगी.
बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में सबसे पहले फिल्म अभिनेता कमल हासन के नाथूराम गोडसे को लेकर दिए गए बयान पर विवाद शुरू हुआ था. कमल हासन ने कहा था कि आजाद भारत का पहला आतंकवादी हिंदू नाथूराम गोडसे था. इसके बाद तो देश में नए सिरे से बहस छिड़ गई थी. हालांकि, इस विवाद की आग में घी डालने का काम भोपाल से बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने किया. प्रज्ञा ने आगर-मालवा जिले में एक चुनावी रोड शो के दौरान गोडसे को देशभक्त करार दे दिया था.
प्रज्ञा ठाकुर ने कहा था कि नाथूराम गोडसे देशभक्त थे और रहेंगे, उन्हें आतंकवादी कहने वालों को अपने गिरेबां में झांकना चाहिए. प्रज्ञा ठाकुर के इस बयान की चारों तरफ से निंदा हुई थी जिसके बाद देर शाम प्रज्ञा ठाकुर को अपने बयान पर माफी मांगनी पड़ी थी. हालांकि, उनकी माफी किसी काम नहीं आई, क्योंकि प्रधानमंत्री ने खरगौन की अपनी रैली में साफ कहा कि भले ही प्रज्ञा ठाकुर ने अपने बयान को लेकर माफी मांग ली है, लेकिन वो मन से कभी प्रज्ञा ठाकुर को माफ नहीं करेंगे.
बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिए हो रहे अंतम चरण के मतदान में मध्य प्रदेश की आठ लोकसभा सीटों पर वोटिंग हुई. इनमें उज्जैन, इंदौर, देवास, मंदसौर, रतलाम, खंडवा, खरगौन और धार शामिल हैं.
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